अर्थव्यवस्था में बेहतरी के आसार: ओबामा
२५ मार्च २००९उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी से निपटने के लिए कोई फ़ौरी तरीके नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उन हर संभव तरीकों को अमल में ला रही है जिनसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत सुधरे. उन्होंने एक बाऱ फिर अपनी सरकार के आगामी बजट प्रस्तावों के हवाले से कहा कि जब तक अमेरिका विज्ञान शिक्षा और स्वास्थ्य सुधारों में निवेश नहीं करेगा तो दो तीन या चार फ़ीसदी की आर्थिक विकास दर के कोई माने नहीं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इन मुद्दों की अनदेखी में विकास ही रुक जाएगा.
ओबामा ने अमरीकी जनता को देश की संकटग्रस्त अर्थव्य्वस्था के बारे में आश्वस्त करने का प्रयास किया. साथ ही उन्होंने निजी नफ़ा-नुक़सान की बजाय साझे उद्देश्य की भावना से काम लेने पर ज़ोर दिया,"हम इस मंदी से उबर आएंगे , लेकिन उसके लिए समय की , धैर्य की और समझ की ज़रूरत होगी ," ओबामा ने कहा. "इस समझ की कि जब हम सब मिलकर काम करते हैं , जब हममें से हर कोई अपने अल्पकालिक हितों से आगे जाकर उन व्यापक दायित्वों के बारे में सोचता है , जो हमारे एक-दूसरे के प्रति हैं. तभी हम सफल होते हैं."
ओबामा ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों के परिणाम में अर्थव्यव्स्था में बेहतरी की कुछ आसार दिखना शुरू हो गए हैं. ओबामा ने तीन खरब साठ अरब डॉलर के अपने बजट-प्रस्ताव की भी पैरवी की , जिसे न केवल रिपब्लिकनों , बल्कि नरमपंथी डैमोक्रैटों की आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है. इन लोगों का कहना है कि यह बजट ग़ैरज़िम्मेदाराना है और देश के ऋण में वृद्धि करेगा. ओबामा ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्यसेवा , शिक्षा और ऊर्जा की जो योजनाएं प्रस्तावित की हैं , वह फ़िज़ूलख़र्ची नहीं बल्कि ज़रूरी निवेश हैं , जो अमरीका की वित्तव्यवस्था को फिर से बहाल करेंगे , " जो बजट मैंने कॉंग्रेस को भेजा है , वह हमारी आर्थिक बहाली को अधिक सशक्त बुनियाद पर निर्मित करेगा , ताकि हमें अब से दस या बीस वर्ष बाद एक और संकट का सामना न करना पड़े."
ओबामा ने कहा कि उनके बजट में , उनके पहले कार्यकाल के अंत तक घाटे को आधा करने के लक्ष्य वाले प्रावधान भी शामिल किए गए हैं. आज बाद में ओबामा सैनेट के डैमोक्रैटों से अपने बजट के लिए समर्थन हासिल करने की कोशिश में संसद भवन जाएंगे.
ओबामा ने अपना यह दूसरा पत्रकार-सम्मेलन ऐसे समय किया है, जब विशाल बीमा कंपनी ए आई जी को दी गई सरकारी सहायता में से कंपनी के कर्मचारियों को दिए गए दसियों लाख डॉलर के बोनसों को लेकर रोष मौजूद है. हालांकि ओबामा ने बोनसों के बारे में स्वयं आक्रोश जताया है , वह जनता के ग़ुस्से को ठंडा करने की कोशिश में हैं. उन्होंने ए आई जी जैसी संस्थाओं को अधिक कड़े सरकारी नियमों के तहत लाने की आवश्यकता पर बल दिया , " स्रकारी नियमों के इसी अभाव के कारण ए आई जी की स्थिति बदतर हो गई है."
ए आई जी के प्रति लोगों का तीखा विरोध निवेशकों को नए कार्यक्रमों के प्रति निरुत्साहित कर सकता है. साथ ही , ओबामा के कॉंग्रेस से आर्थिक बहाली के लिए और राशि हासिल करने के प्रयास मुश्किल में पड़ सकते हैं.
रिपोर्ट- गुलशन मधुर, वाशिंगटन
एडीटर- एस जोशी