उमर ने कश्मीर को जेल बना दिया है: महबूबा
१८ दिसम्बर २०१०विकीलीक्स के 2005 में भेजे गए एक संदेश में कश्मीर में मानवाधिकारों को लेकर चिंता जताई गई है. इस बारे में उमर अब्दुल्ला ने टिप्पणी की. तब राज्य में पीडीपी की सरकार थी इसलिए मौजूदा मुख्यमंत्री ने उसी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "आप हिसाब लगा लीजिए कि तब किसकी सरकार थी. जहां तक मेरी सरकार का सवाल है तो हम किसी तरह की प्रताड़ना में भरोसा नहीं रखते. हम ऐसा कभी करेंगे भी नहीं. बल्कि हमने तो पारदर्शिता लाने के मकसद से पहली बार राज्य में एमनेस्टी इंटरनेशनल को आने की इजाजत भी दे दी है."
इस टिप्पणी पर महबूबा मुफ्ती का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कहा, "कश्मीर में प्रताड़ना के बारे में विकीलीक्स के खुलासे पर बोलने वाले उमर कौन होते हैं. उन्हें कोई हक नहीं है. उन्होंने तो कश्मीर घाटी को एक जेल में तब्दील कर दिया है."
मुफ्ती ने कहा कि उमर के राज में आतंकवाद भले ही कम हुआ हो लेकिन 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, हजारों घायल हुए हैं और बेइंतहा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था तब उनकी पार्टी ने राज्य को संभाला. उनके मुताबिक, "हमने ही कश्मीर को अपनी हीलिंग टच नीति के जरिए संभाला. तब मुफ्ती मोहम्मद सईद की अध्यक्षता में पीडीपी-कांग्रेस सरकार ने सुरक्षा की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार किए. और हथियार डालने वाले आतंकवादियों, एसटीएफ और पोटा जैसे डर को भी दिलों निकाला."
2005 में अमेरिकी दूतावास ने अपने विदेश मंत्रालय को एक संदेश भेजा. उस संदेश में उन्होंने रेड क्रॉस के हवाले से कश्मीर में मानवाधिकार हनन पर चिंता जताई और कहा कि हिरासत में प्रताड़ना के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि इसमें यह भी कहा गया कि हालात 1990 के दशक से बेहतर हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/वी कुमार
संपादन: एस गौड़