ऊंची उम्मीदें रखने पर ओबामा को अफसोस नहीं
१९ अक्टूबर २०१०बकौल ओबामा सबसे बेहतर योजना को भी अमल में आने में वक्त लगता है. अमेरिकी पत्रिका न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में ओबामा ने कहा,"अपने लिए और अपने देश के लिए ऊंची उम्मीदें रखने पर मुझे कोई अफसोस नहीं है. मुझे लगता है कि हम अभी भी उन उम्मीदों को पूरा कर सकते हैं." ओबामा का ये भी कहना है," मैंने जो सपना देखा था उसे हासिल करना एक मुश्किल लक्ष्य है. खास तौर से एक इतने बड़े लोकतांत्रिक देश के लिए लेकिन हर काम में वक्त लगता है और हमारे देश में धैर्य रखने का रिवाज नहीं है."
नवंबर में होने वाली अमेरिकी कांग्रेस के मध्यावधि चुनावों से पहले हुए एक सर्वे से पता चला है कि ओबामा के एक चौथाई मतदाता अब किसी रिपब्लिकन उम्मीदवार को वोट देना चाहते हैं. ये चुनाव इस बात का भी फैसला कर देंगे कि डेमोक्रैटिक पार्टी संसद के निचले सदन में अपना बहुमत बना कर रख पाएगी या नहीं. सदन की 255 सीटें डेमोक्रैटिक पार्टी के पास और 178 सीटें रिपब्लिकन पार्टी के पास हैं. उधर सीनेट में 57 सीटों पर डेमोक्रैटिक पार्टी का कब्जा है जबकि 41 पर रिपब्लिकन पार्टी का.
ओबामा ने कहा कि उन्होने वॉशिंगटन से काम करने का नया तरीका सीख लिया है यहां केवल नीतियों से काम नहीं चलता राजनीति पर भी ध्यान देना पड़ता है. ओबामा ने कहा, "जितना वक्त हमें मिलता है उसमें हम नीतियों को ठीक करने की बजाए राजनीतिक को ठीक करने में ज्यादा वक्त खर्च करते हैं." ओबामा मानते हैं कि सत्ता संभालने वाले को हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि सफलता नीति और राजनीति के बीच में बंटी होती है और इन दोनों के बीच संतुलन बनाने में लोगों की उम्मीदें कुर्बान हो जाती हैं.
इस बीच ओबामा ने ये भी कहा कि सर्वे के खराब नतीजों से वो बहुत निराश नहीं हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी