एथलेटिक्स को लोकप्रिय बनाने की कोशिश
८ अगस्त २०१८बर्लिन के एथलेटिक्स स्टेडियम में इन दिनों बच्चों की चहलपहल है. कोई ट्रैक पर दौड़ रहा है तो कोई शॉटपुट को उठाने की कोशिश में लगा है. यूरोपियन चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहे इस शहर में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए लोग पहुंचने लगे हैं. बर्लिन के मशहूर ब्राइटशाइड स्क्वॉयर पर आयोजकों ने यूरोपीय माइले बनाया है जहां खेलकूद की पूरी व्यवस्था है. आम लोग यहां आकर एथलेटिक खेलों का हिस्सा बन रहे हैं और प्रतिस्पर्धा हो रही है. यहां बड़ी टीवी स्क्रीनों पर खेल की जानकारी दी जा रही है. लोगों के खाने-पीने के सारे इंतजाम किए गए हैं. ये सब फीफा वर्ल्ड कप के आयोजन की तरह करने की कोशिश की गई है.
शॉटपुट में हाथ आजमाने के लिए फैन डेविड स्रोल ब्राइटशाइड स्क्वॉयर पर पहुंचे हुए हैं. वह कहते हैं, ''यहां खेलकूद का माहौल है. लोगों में खेल के प्रति उत्साह है.'' यहां आए मशहूर जर्मन एथलीट युर्गेन केसिंग कहते हैं, ''हमें बच्चों को खेलने-कूदने और मजे करने की सारी सुविधा देनी चाहिए. हमें बच्चों के सामने एक रोल मॉडल रखना होगा जिससे वे प्रेरित हो. ऐसे वक्त में जब फुटबॉल ने स्पोर्ट्स पर कब्जा कर लिया है, एथलेटिक्स को अपनी जगह बनानी होगी.''
अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ आईएएएफ के अध्यक्ष सेबेस्टियन को एथलेटिक्स को दोबारा लोकप्रिय बनाना चाहते हैं. 2012 के लंदन ओलंपिक के मुख्य आयोजक रहे सेबेस्टियन को के मुताबिक, ''पोल वॉल्ट और शॉटपुट जैसे इवेंट्स सिटी सेंटर में करवाए जा रहे हैं. पैदल दौड़ और मैराथन को शहर के बाहर आयोजित किया जा रहा है. कुल 48 खेल इवेंट्स में से 38 के पदक भी इसी स्क्वॉयर पर दिए जाएंगे.''
चैंपियनशिप का शेड्यूल भी काफी टाइट है. चोटी के 12 एथलीटों ने 100 मीटर से लेकर 400 मीटर में सीधे सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है. ओलंपिक स्टेडियम के अंदर और बाहर बड़ी स्क्रीनों पर खेल से जुड़ी सारी जानकारी दी जा रही है. बर्लिन में एथलेटिक्स के अलावा यूरोपीय चैंपियनशिप के स्वीमिंग और जिम्नास्टिक जैसे दूसरे खेलों की मेजबानी कर रहे ग्लासगो को भी लोगों का समर्थन मिल रहा है. टीवी स्क्रीनों के जरिए लोग ब्राइटशाइड स्क्वॉयर में बैठकर वहां के खेल को देख सकते हैं.
ऐसे होंगे भविष्य के ओलंपिक टॉयलेट
पूर्व एथलीट और मुख्य आयोजक क्लीमेंस प्रोकप चार साल में एक बार होने वाली इस मल्टी-स्पोर्ट्स चैंपियनशिप को बढ़ावा देना चाहते हैं. आयोजकों का कहना है कि अगर यूरोप में फुटबॉल के अलग दूसरे खेलों को विकसित होना है तो उनके आयोजन साथ में कराने होंगे. यदि एथलेटिक्स को दूसरे खेलों के साथ जोड़ा जाए तो इससे आम लोगों में खेल की समझ पैदा होगी और बच्चों को प्रेरणा मिलेगी.
वीसी/एमजे (डीपीए)
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