ओबामा के दौरे में बड़ी कामयाबी की उम्मीद नहीं
३ नवम्बर २०१०राव ने कहा, "हम अपने संबंधों में इस मोड़ पर नहीं पहुंचे हैं, जहां हमें बिग बैंग (एक बड़े धमाके की) उम्मीद हो. लेकिन यह सकारात्मक तो साबित होगा ही." राव ने कहा कि ओबामा की यात्रा से संबंध जारी रहेंगे जो जरूरी है. उनका कहना है, "हम कई क्षेत्रों में ठोस और महत्वपूर्ण कदम देखेंगे जिससे दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी बढ़ेगी. इससे हम दोनों देशों के बीच सकारात्मक साझेदारी ला सकते हैं."
राव ने कहा कि हाल के महीनों में भारत और अमेरिकी संबंध बेहतर हुए हैं, खासकर व्यापार और आतंकवाद से निपटने को लेकर सहयोग काफी बढ़ा है. मिसाल के तौर पर जब पाकिस्तान मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली पकड़ा गया था तो भारतीय जांच अधिकारियों को उससे पूछताछ करने का मौका दिया गया.
राव के मुताबिक संबंध बेहतर ही नहीं हुए, बल्कि उनमें और गहराई आई है. दोनों देश अब असैन्य परमाणु साझेदारी समझैते पर काम कर रहे हैं. समझौते को लागू करने के लिए सारी तैयारियां हो चुकी हैं और दोनों देशों ने अपनी तरफ से एक दूसरे को भरोसा भी दिलाया है.
साथ ही भारत ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ अतिरिक्त मुआवजे से संबंधित समझौते कनवेंशन फॉर सप्लीमेंट्री कंपेन्सेशन (सीएससी) पर भी हस्ताक्षर किए हैं. राव ने कहा, "हम भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच व्यावसायिक बातचीत का स्वागत करते हैं. हम एक मजबूत भारत अमेरिकी असैन्य परमाणु साझेदारी की उम्मीद रखते हैं."
उन्होंने कहा कि दोनों देश एक ऐसे स्तर पर पहुंच चुके हैं जहां दोनों मिलकर अंतरराष्ट्रीय संगठनों को बदल सकते हैं और उन्हें वर्तमान हालात के मुताबिक बना सकते हैं. साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति की इस यात्रा से दोनों देश पिछले दशकों में अपनी सारी उपलब्धियों को एक दूसरे के सामने रख सकते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः ए कुमार