ओबामा दौरा, भारत को समर्थन और प्रतिबद्धता
७ अक्टूबर २०१०वॉशिंगटन में 12 वें फॉरचून मोस्ट पावरफुल वीमेन समिट के मौके पर एचएसबीसी की नैना किदवई के एक सवाल के जवाब में हिलेरी क्लिंटन ने कहा, "नवंबर में राष्ट्रपति का दौरा संबंधों को हमारे समर्थन और हमारी प्रतिबद्धता का अत्यंत स्पष्ट बयान होगा."
क्लिंटन ने कहा कि उनके द्वारा 90 के दशक में शुरू की गई और बाद में उनके पति राष्ट्रपति क्लिंटन और बुश प्रसासन द्वारा नागरिक परमाणु संधि के जरिए बढ़ाए गए संबंध और मजबूत हो रहे हैं. "अब हम आपस में एक बहुत व्यापक सामरिक संवाद विकसित कर रहे हैं."
हिलेरी क्लिंटन ने स्पष्ट किया कि संबंध अब सिर्फ राष्ट्रपति और विदेश मंत्री के स्तर पर उच्च स्तरीय बैठकों तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि नौकरशाहों के स्तर पर जाएंगे. क्लिंटन ने शिकायत की कि दोनों ही देशों में नौकरशाही चीजों के पूरा होने में समस्याएं खड़ी करती है, लेकिन साथ ही कहा कि अमेरिकी कारोबारी समुदाय, शिक्षा संस्थानों और गैर सरकारी संस्थानों के स्तर पर नेटवर्किंग का प्रयास कर रहा है.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, "हमारा मानना है कि भारत की विकास दर और लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की उसकी प्रतिबद्धता और आर्थिक सुधार भारत के आगे के विकास के लिए जरूरी हैं." दूसरी ओर भारत क्षेत्रीय नेतृत्व और वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभा रहा है जिसका अमेरिका स्वागत करता है और बढ़ावा देता है.
रिपोर्ट: पीटीआई/महेश झा
संपादन: ए कुमार