ओबामा से मुलाकात की कीमत एक कैदी
३० नवम्बर २०१०विज्ञापन
अमेरिकी सरकार ने कहा है कि वह अब अपने गोपनीय दस्तावेजों की सुरक्षा और कड़ी कर देगी. उसके अधिकारी और मंत्री विकीलीक्स के दस्तावेज जारी करने के बाद हुए नुकसान की भरपाई में लगे हुए हैं. विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और अन्य अधिकारी कई देशों की यात्राओं की योजना बना रहे हैं. कई सरकारों से फोन पर भी बातचीत हो रही है. ऐसा क्या हो गया कि अमेरिका को एक साथ इतने सारे देशों के साथ संबंध बिगड़ने से बचाने पड़ रहे हैं. आइए, आपको बताते हैं कि विकीलीक्स ने क्या क्या खुलासे किए हैं.
भारत
- अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने अपने एक संदेश में कहा कि भारत सुरक्षा परिषद की सीट की दौड़ में खुद ही अपने आपको सबसे आगे बताता रहता है. उन्होंने यूएन में तैनात भारतीय राजनयिकों की जासूसी के आदेश दिए.
ईरान
- सऊदी अरब के शाह अब्दुल्लाह ने बार बार अमेरिका से ईरान पर हमला करने को कहा था ताकि उसका परमाणु कार्यक्रम नष्ट किया जा सके. शाह अब्दुल्लाह ने कहा था, "वक्त रहते सांप का सिर काट दो."
- बहरीन के शाह ने अमेरिकी राजनयिकों से कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को किसी भी तरह रोका जाना चाहिए. अमीरात के क्राउन प्रिंस को ईरान के खतरे से निबटने के लिए युद्ध का तर्क जायज लगा.
- तेल के सबसे बड़ा निर्यातक देश सऊदी अरब ने चीन के साथ तेल समझौते करने की शर्त रखी थी कि बीजिंग ईरान पर प्रतिबंधों का समर्थन करेगा.
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी के प्रमुख कूटनीतिक सलाहकार ने एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को बताया था कि ईरान एक फासिस्ट देश है और अब अगले कदम उठाने का वक्त आ गया है.
- अकसर तेहरान जाने वाले एक गैर ईरानी व्यापारी ने अमेरिकी राजनयिक को पिछले साल बताया था कि सर्वोच्च नेता अली खामेनी को टर्मिनल ल्युकेमिया है और वह कुछ ही महीनों में मर सकते हैं. व्यापारी को यह जानकारी उसके किसी जानकार ने दी थी जिसने इस बारे में पूर्व राष्ट्रपति अली अकबर रफसनजानी से सुना था.
- ईरान ने उत्तर कोरिया से बेहतरीन मिसाइल हासिल की हैं जो पश्चिमी यूरोप में हमला करने की कूवत रखती हैं. अमेरिका इस बात से चिंतित है कि ईरान उन्हें लंबी दूरी की मिसाइलें बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
चीन
- एक चीनी सूत्र ने अमेरिकी दूतावास को इसी साल जनवरी में बताया था कि चीन के पोलित ब्यूरो ने गूगल के कंप्यूटरों को हैक करने को कहा था.
- सरकारी और निजी विशेषज्ञों और हैकरों ने मिलकर गूगल के कंप्यूटरों के खिलाफ एक मुहिम चलाई थी. इन्होंने अमेरिकी सरकार और कुछ अन्य पश्चिमी देशों के साथ साथ दलाई लामा और कुछ अन्य उद्योगों के कंप्यूटरों पर हमला किया.
कोरिया
- कुछ चीनी अधिकारी मानते हैं कि उत्तर कोरिया एक उपयोगी सहयोगी नहीं है और उनका मानना है कि अगर उत्तर कोरिया एक देश के रूप में गिर जाता है तो चीन दखल नहीं देगा. ऐसा दक्षिण कोरियाई अधिकारी ने सियोल में अमेरिकी राजदूत को बताया था. यह बात उसने बीजिंग में कुछ अधिकारियों से सुनी थी.
- 2009 में तब के चीनी उप विदेश मंत्री हे याफेई ने एक अमेरिकी राजनयिक को बीजिंग में बताया कि उत्तर कोरिया बिगड़ैल बच्चे की तरह व्यवहार करता है ताकि वह अमेरिका का ध्यान पा सके. जापान पर तीन रॉकेट हमले भी इसी तरह की हरकत थी.
- अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने इस बात पर चर्चा की थी कि अगर कोरिया एक हो जाता है तो उत्तर कोरिया की आर्थिक समस्याएं और राजनीतिक संक्रमण देश को ध्वस्त ही न कर दें.
संयुक्त राष्ट्र
- अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यूएन में अपने दूतों से कहा था कि विदेशी राजनयिकों, यूएन के अधिकारियों और यहां तक कि महासचिव बान की मून के क्रेडिट कार्ड, फ्रीक्वेंट फ्लायर नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल पते, उनके पासवर्ड और अन्य डेटा जमा करें.
रूस
- अमेरिकी राजनयिक के दस्तावेजों के मुताबिक रूस के प्रधानमंत्री व्लादीमीर पुतिन बेहद भ्रष्ट देश रूस के अल्फा डॉग रूलर यानी सबसे बड़े और प्रमुख शासक हैं. देश पर सुरक्षा बलों का अधिपत्य है. राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव पुतिन के आगे पीछे घूमने वाले नेता हैं.
अफगानिस्तान
- अमेरिकी राजनयिकों के मुताबिक अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई एक बेहद कमजोर व्यक्ति हैं जो सच्चाई को नहीं सुनते और साजिशों की बातों का शिकार हो जाते हैं.
पाकिस्तान
- 2007 से अमेरिका पाकिस्तान के रिसर्च रिएक्टर से यूरेनियम भंडार को हटाने के लिए एक गोपनीय और अब तक विफल अभियान चला रहा है क्योंकि उसे डर कि परमाणु हथियार गलत हाथों में जा सकते हैं.
अल कायदा
- अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक सुन्नी आतंकी संगठनों जैसे अल कायदा को सबसे ज्यादा पैसा सऊदी अरब के दान दाताओं से मिलता है.
ग्वांतानामो
- अमेरिकी राजनयिकों ने ग्वांतानामो जेल के कैदियों का अन्य देशों के साथ मोलभाव करने की कोशिश की. वे लोग जेल को खाली करना चाहते थे जिसके लिए वे कैदियों को अलग अलग देशों को सौंपना चाहते थे. स्लोवेनिया के नेताओं से कहा गया था कि अगर वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात करना चाहते हैं तो उन्हें एक कैदी लेना होगा. किरीबाती को भी एक चीनी मुस्लिम कैदी के बदले करोड़ों डॉलर के फायदों का लालच दिया गया. बेल्जियम से कहा गया कि कैदियों को लेना उसके लिए यूरोप में अधिपत्य स्थापित करने का सस्ता तरीका हो सकता है.
तुर्की
- अमेरिकी राजनयिकों को नाटो सहयोगी तुर्की पर ज्यादा भरोसा नहीं है. वे तुर्की के नेतृत्व को बंटा हुआ और इस्लामिक कट्टरपंथियों से दबा हुआ मानते हैं. उनके मुताबिक प्रधानमंत्री रचप तैयप एर्दोगान के सलाहकारों को अंकारा के बाहर की राजनीति की कोई समझ नहीं है.
इटली
- एक अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बैर्लुस्कोनी एक बेकार, कमजोर और प्रभावहीन नेता हैं. वह देर रात तक पार्टियां करते हैं इसलिए उन्हें सलीके से आराम भी नहीं मिलता.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार
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