किन देशों पर भरोसा करते हैं विदेशी निवेशक
विदेशी निवेशकों के भरोसे के मामले में भारत एक सीढ़ी ऊपर चढ़ा है. एटी केर्नी एफडीआई कॉन्फिडेंस इंडेक्स में इसका जिक्र किया गया है.
1. अमेरिका
सीधे विदेशी निवेश के लिए भरोसेमंद माहौल के मामले अमेरिका लगातार पांचवें साल सबसे ऊपर है. बड़ा बाजार और बिजनेस फ्रेंडली नीतियों के कारण अमेरिका पंसदीदा ठिकाना बना हुआ है.
2. जर्मनी
यह पहला मौका है जब जर्मनी इतना ऊपर आया है. बिजनेस फ्रेंडली माहौल और बेहतर आर्थिक संभावनाओं के साथ साथ ब्रेक्जिट का भी जर्मनी को फायदा मिला है.
3. चीन
जब से यह इंडेक्स शुरू हुआ तब से चीन हमेशा टॉप-3 में रहा है. स्थिर अर्थव्यवस्था और सरकार द्वारा लालफीताशाही में भारी कटौती के चलते बीजिंग विदेशी निवेशकों को लुभाता है.
4. यूनाइटेड किंगडम
यूके एक सीढ़ी ऊपर चढ़ा है. ब्रेक्जिट के बाद वहां के घरेलू बाजार में बड़ा बदलाव आएगा. सरकार भी विदेशी निवेशकों के खींचने के लिए व्यापक बदलाव करेगी. इन्हीं उम्मीदों ने यूके को ऊपर खींचा है.
5. कनाडा
आधारभूत ढांचे में सरकारी खर्च और विदेशी कंपनियों के अधिग्रहण की आसान राह के चलते कनाडा पांचवें साल नंबर पांच पर बना हुआ है.
6. जापान
आईटी और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग की बात आते ही विदेशी निवेशकों की आंखें जापान पर टिक जाती हैं. आने वाले समय में जापान सरकार नियमों को और लचीला बनाने का संकेत दे रही है.
7. फ्रांस
फ्रांस सरकार के हालिया सुधार कार्यक्रमों के चलते देश की रैंकिंग कुछ बेहतर हुई है. लेकिन राष्ट्रपति चुनाव रंग में भंग डाल सकते हैं.
8. भारत
लगातार दूसरे साल भारत टॉप-10 में शामिल हुआ है. इस बार देश एक पायदान ऊपर चढ़ सातवें नंबर पर आया है. तेज आर्थिक विकास, टैक्स सुधार और एफडीआई संबंधी नियमों की उदारता का भारत का फायदा मिला है.
9. ऑस्ट्रेलिया
ये महाद्वीपीय देश भी लगातार सातवीं बार टॉप-10 में है. दीर्घकालीन उदार नीतियों के चलते ऑस्ट्रेलिया निवेशकों को लुभाने में सफल हो रहा है.
10. सिंगापुर
कारोबार के लिए बढ़िया माहौल और दक्षिण पूर्व एशिया के शिपिंग व फाइनेंशियल हब के रूप में पहचान का फायदा सिंगापुर को अब भी मिल रहा है. एशियाई निवेशक सिंगापुर को ज्यादा पसंद करते हैं.