चीन और भारत: जर्मनी के कौन कितना करीब
जब अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मतभेद हों और भारत तथा चीन के प्रधानमंत्री दो दिन के अंदर जर्मनी में हों तो नये संबंधों की बात स्वाभाविक है. जी20 सम्मेलन से पहले चांसलर अंगेला मैर्केल वैश्विक मुद्दों पर सहमति ढूंढती दिखीं.
पर्यावरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि अगली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को नष्ट करने का हमें अधिकार नहीं है. नैतिक रूप से यह अपराध है.
पर्यावरण
चीनी प्रधानमंत्री ली केचियांग ने चांसलर को भरोसा दिलाया कि चीन पेरिस जलवायु समझौते पर कायम रहेगा. उन्होंने कहा कि टिकाऊ विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करना हमारे भी हित में है.
अमेरिका की छाया
मोदी के साथ भेंट के बाद मैर्केल ने इस पर जोर दिया कि भारत या चीन के साथ संबंध ट्रांस अटलांटिक सहयोग की कीमत पर नहीं होंगे. इसके पहले मैर्केल ने यूरोप की अपनी जिम्मेदारी पर जोर दिया था.
अमेरिका की छाया
पर्यावरण संधि पर अमेरिकी संशय के बाद चीन ने नेतृत्व की भूमिका स्वीकार ली है और यूरोप के साथ समझौते को कामयाब बनाने के लिए तैयार है. संधि होने से पहले वह अमेरिकी हिस्सेदारी की शर्त रख रहा था.
मुक्त व्यापार
मैर्केल ने कहा कि उन्होंने बर्लिन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ खुले बाजारों और मुक्त तथा न्यायोचित कारोबार के बारे में बातचीत की. भारत ईयू मुक्त व्यापार का मामला सालों से लटका है.
मुक्त व्यापार
चीन और जर्मनी जल्द ही एक पूंजी निवेश सुरक्षा संधि पर दस्तखत चाहते हैं. चीन के प्रधानमंत्री ली केचियांग का कहना है कि यह मुक्त व्यापार समझौते का पूर्व चरण होगा.
रिश्तों में विस्तार
मैर्केल मोदी मुलाकात में दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ाने पर सहमति हुई. स्मार्ट सिटी, अक्षय ऊर्जा और सौर ऊर्जा पर सहयोग के लिए एक विकास कोष भी बनाया गया है.
रिश्तों में विस्तार
जर्मनी और चीन के सरकार प्रमुखों ने अपनी बैठक में बढ़ती अनिश्तिता वाले वैश्विक माहौल में रिश्तों को बढ़ाने पर जोर दिया. ली ने कहा कि हम दोनों ही विश्व की स्थिरता में योगदान देने को तैयार हैं.
आर्थिक सहयोग
भारत के साथ पिछले साल जर्मनी का सालाना कारोबार करीब साढ़े 17 अरब यूरो का है. इसमें करीब साढ़े 7 अरब का निर्यात भारत ने जर्मनी को किया. जर्मनी के वैश्विक कारोबार में भारत का स्थान 24वां है.
आर्थिक सहयोग
चीन यूरोप से बाहर जर्मनी का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है. दोनों देशों के बीच 2016 में 170 अरब यूरो का कारोबार हुआ. जर्मनी के वैश्विक सहयोगियों में उसका पांचवां स्थान है.