देखिए लड़कियां क्या क्या झेल रही हैं
बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था 'सेव द चिल्ड्रन' के कुछ आंकड़े आपको हैरान कर सकते हैं. देखिए लड़कियों को क्या क्या झेलना पड़ रहा है.
जबरदस्ती सेक्स
दुनिया भर में 15 से 19 साल की ऐसी लगभग डेढ़ करोड़ लड़कियां हैं, जिन्हें सेक्स के लिए मजबूर किया गया.
एचआईवी
हर हफ्ते 15 से 24 साल की उम्र की लगभग सात हजार लड़कियां एचआईवी से संक्रमित हो रही हैं.
महिला खतना
दुनिया भर में 20 करोड़ ऐसी लड़कियां और महिलाएं हैं जिनका खतना यानी एफजीएम किया गया है.
बेघर बेटियां
अलग अलग युद्धों और संघर्षों के कारण बेघर होने वाली लड़कियों की संख्या तीस लाख से भी ज्यादा है.
स्कूल में नहीं
शांतिपूर्ण देशों की तुलना में युद्धग्रस्त इलाकों में लड़कियों का स्कूल छूटने की संभावना दोगुनी होती है.
अंधकारमय भविष्य
आंकड़े बताते हैं कि 6.2 करोड़ लड़कियां ऐसी हैं जिनकी पढ़ने लिखने की उम्र है लेकिन वे स्कूल नहीं जा पा रही हैं.
कम उम्र में शादी
हर साल 1.2 करोड़ लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र से पहले ही कर दी जाती है. पांच में से एक 18 साल से पहले ही मां भी बन जाती है.
खतरनाक ट्रेंड
ट्रेंड को देखें तो 2030 में ही एक करोड़ नाबालिग लड़कियों की शादी होगी, जिनमें 20 लाख की उम्र 15 साल से कम होगी.
शिक्षा से होगा सुधार
कार्यकर्ता कहते हैं कि लड़कियों को स्कूली शिक्षा पूरी करने दी जाए तो 2030 तक पांच करोड़ बाल विवाह रोके जा सकते हैं.
मुसीबतें ही मुसीबतें
छोटी उम्र में शादी होने से लड़कियां शिक्षा और बेहतर जीवन के अवसरों से वंचित हो जाती हैं. शोषण, बीमारियां और गरीबी उन्हें घेर लेती है.