पाकिस्तान में नौसेना बस पर एक और हमला
२८ अप्रैल २०११हमला नौसेना अधिकारीयों को ले जा रही एक बस पर हुआ. नौसेना के प्रवक्ता कमांडर सलमान अली और अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि हमले में पांच लोग घायल भी हुए है. उच्च पुलिस अधिकारी ताहिर नवेद ने बातया कि हमला जिस सड़क पर हुआ वो कराची की सबसे व्यस्त सडकों में से एक है.
भारी धमाका
विस्फोट के कारण आसपास खड़े वाहनों और पेट्रोल स्टेशन को भारी नुकसान हुआ. एक प्रत्यक्षदर्शी असगर अली ने बताया, "मैं सड़क पार कर रहा था जब मैंने धमाके की आवाज सुनी. बस मुझसे कुछ ही दूरी पर थी. लोग चिल्ला रहे थे. बस के अंदर और बाहर खून फैला हुआ था."
दो दिन पहले ही नौसेना के अधिकारियों को ले जा रही एक बस पर इसी तरह का हमला हुआ था. उसमें चार लोग मारे गए थे और 56 घायल हुए थे. दोनों हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है. पुलिस अधिकारी इफ्तिकार तरार ने कहा के हमला बिलकुल उसी ढंग से किया गया था जैसे दो दिन पहले हुआ. तरार ने यह भी कहा कि बम के लिए दो से तीन किलो विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल किया गया.
सैन्य बल निशाना बने
पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री और रिटायर्ड आर्मी जनरल मोइनुद्दीन हैदर ने हमलों की आलोचना करते हुए कहा, "इन हमलों में केवल नौसेना को नहीं, हमारे सैन्य बलों को निशाना बनाया जा रहा है." हैदर ने कहा कि सबसे खतरनाक बात यह है कि इन हमलों में अब आईईडी और रिमोट से चलने वाले बम प्रयोग किए जा रहे हैं, "पहले यहां इनका इस्तेमाल नहीं देखा गया था. इनका इस्तेमाल इराक में शुरू हुआ और अफगानिस्तान में इनकी वजह से बहुत तबाही मची."
कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल अशफाक कयानी ने यह घोषणा की कि उनकी सेनाओं ने आतंकवादियों की कमर तोड़ डी है. इसके बाद से लगातार सैन्य बलों पर हमले हो रहे हैं. पाकिस्तान में पिछले चार सालों में चार हजार से अधिक लोगों की ऐसे हमलों में जान जा चुकी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: आभा एम