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पाक क्रिकेटरों ने पैसा लेने की बात मानी

५ सितम्बर २०१०

फिक्सिंग कांड में फंसे पाकिस्तान के तीन क्रिकेटरों ने मान लिया है कि मजहर मजीद से उन्होंने पैसे लिए हैं. लेकिन आसिफ, आमेर और बट के मुताबिक उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया. सिर्फ स्पॉन्सरशिप का पैसा लिया.

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बुरी तरह घिरे पाक खिलाड़ीतस्वीर: AP

मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आमेर और सलमान बट को आईसीसी ने मामले पर फैसला होने तक निलंबित कर दिया है और स्कॉटलैंड यार्ड ने उनसे पूछताछ की है. तीनों क्रिकेटरों का दावा है कि उन्होंने कुछ कंपनियों के साथ कुछ स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए और उसी का पैसा उन्हें मजीद ने दिया. तीनों खिलाड़ियों ने भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि उन्हें नहीं पता कि उनके लिए एजेंट का काम कर रहा मजीद एक बुकमेकर भी है. हालांकि उन्होंने इस बात की सफाई नहीं दी कि ठीक वही गेंदें नो बॉल कैसे हो गईं, जिनकी फिक्सिंग होती वीडियो रिलीज की गई है.

Cricket Pakistan Mohammad Asif
आसिफ पर गाजतस्वीर: AP

खिलाड़ियों के कानूनी सलाहकार तफ्फजुल रिजवी ने जियो टीवी को बताया है कि खिलाड़ियों ने पुलिस को लिखित में स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट भी दिखाए हैं. रिजवी के मुताबिक खिलाड़ी इन आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हैं और उन्होंने जांच में पुलिस का सहयोग करने की बात कही है. रिपोर्टों के अनुसार सलमान बट के कमरे से 50000 पाउंड यानी करीब 35 लाख रुपये मिले हैं.

रिजवी ने भी इस बात की पुष्टि की कि पुलिस को लंदन में खिलाड़ियों के कमरे से पैसे मिले हैं. लेकिन इससे साबित नहीं होता कि खिलाड़ी आपराधिक या गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं. ब्रिटेन के अखबार न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के खुलासे के बाद तीनों क्रिकेटरों को निलंबित कर दिया गया है. अखबार का दावा है कि दोनों गेंदबाज तयशुदा समय पर नो बॉल डालने के लिए राजी हो गए और इसके बदले में उन्हें पैसे दिए गए.

रिजवी का कहना है कि जब तक खिलाड़ियों पर आरोप साबित नहीं हो जाते तब तक उन्हें निर्दोष माना जाना चाहिए. "आप एक खिलाड़ी को सिर्फ इसलिए अपराधी करार नहीं दे सकते क्योंकि उसका एजेंट गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त है." रिजवी के मुताबिक अगर खिलाड़ी और एजेंट के बीच कुछ बातचीत होती है तो इसमें असामान्य बात नहीं और मीडिया इसे गलत ढंग से पेश करने की कोशिश कर रहा है. रिजवी ने उन रिपोर्टों को गलत बताया जिनके मुताबिक खिलाड़ियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें बिना बताए कहीं जाने से मना कर दिया गया है.

शुक्रवार को ही पाकिस्तान के ब्रिटेन में उच्चायुक्त वाजिद शमसुल हसन ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों को मासूम और निर्दोष बताते हुए उनके खिलाफ साजिश की बात कही थी. लेकिन अब क्रिकेटर मान रहे हैं कि उन्होंने मजहर मजीद से पैसे तो लिए हैं. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड अखबार रविवार को इस मामले में कुछ नए सबूत पेश करने की बात कह रहा है जिससे मामला और दिलचस्प हो गया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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