पुलिसकर्मी ने लूटा संसद का पोस्ट ऑफिस
७ जुलाई २०११बर्लिन पुलिस ने कहा है कि कागज का मुखौटा पहने 48 वर्षीय पुलिस अधिकारी उस इमारत में घुस गया जिसमें बुंडेसटाग की लाइब्रेरी और संग्रहालय हैं. उसने संदिग्ध रूप से 42 वर्षीया महिला कर्मचारी को बंदूक की नोक पर धमकाया और पैसे मांगे.
पुलिस ने कहा है कि चूंकि महिला कर्मचारी उसके आदेशों का पालन करने में देर कर रही थी, उसने उसके माथे पर चोट की जिसमें पोस्ट ऑफिस की कर्मचारी को खरोंच लगी. बाद में वह पैसा लेकर भाग गया.
यह पोस्ट ऑफिस आम जनता के लिए खुला नहीं है और सुरक्षा कर्मी उसपर पहरा देते हैं लेकिन अभियुक्त की वहां तक पहुंच थी क्योंकि वह उसी इमारत में काम करता था. पोस्ट ऑफिस की डकैती के लगभग एक घंटे बाद राजधानी के पूर्वी जिले में लोगों ने पुलिस को टहलने के एक रास्ते पर लाश होने की खबर दी. पुलिस अधिकारियों को वह पुलिसकर्मी सर में गोली लगी हालत में मिला. उसके बगल में लूटा गया धन, मुखौटा और भरी हुई पिस्तौल थी. आरंभिक जांच के बाद पुलिस ने कहा है कि 48 वर्षीय पुलिसकर्मी की व्यक्तिगत समस्याएं अपराध की वजह थी.
जर्मन संसद की अपनी पुलिस यूनिट है. इस यूनिट के लगभग 150 पुलिसकर्मी संसद की सभी इमारतों, कमरों और जमीनों की रखवाली करते हैं. संसद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले भवनों और परिसरों पर राज्य पुलिस का नियंत्रण नहीं होता, पुलिसिया अधिकार संसद के अध्यक्ष का होता है. इसका लक्ष्य दूसरी राज्य सत्ताओं के हमले से संसद की रक्षा है. संसदीय पुलिसकर्मी ड्यूटी पर वर्दी नहीं पहनते.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: आभा एम