फिलीपींस के तूफान में मरने वालों की तादाद एक हजार
२० दिसम्बर २०११दो दिन पहले आए तूफान में मरने वालों की सूची में अब तक 957 नाम दर्ज हो चुके हैं जबकि 49 लोग लापता बताए जा रहे हैं. यह संख्या और बढ़ने की आशंका है क्योंकि समंदर और कीचड़ से शवों का मिलना जारी है. शवों को रखने के लिए ताबूत और फॉर्मल्डिहाइड की कमी पड़ गई है. राहत और बचाव के काम में जुटे लोग पीने के पानी, कंबल, टेंट और कपड़ों की मांग कर रहे हैं. करीब 45 हजार लोगों को विस्थापित हुए हैं और राहत शिविरों में भारी भीड़ जमा हो गई है.
नौसेना के नाविकों ने मनीला में एक जहाज में पानी के बोतलों के कंटेनर के साथ ही 437 सफेद ताबूत भेजे है. मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं जो तूफान के साथ आए भारी बारिश के बहाव की चपेट में आ गए. शुक्रवार की रात तूफान ने जब इन शहरों में कदम रखा तब लोग गहरी नींद सो रहे थे.
प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए राष्ट्रपति बेनीन्यो आकीनो ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के बाद स्थानीय प्रशासन को राहत के लिए सहायता जुटाने और बुनियादी चीजों की कीमत को स्थिर बनाए रखने में मदद मिलेगी. आकीनो ने स्थानीय निवासियों से कहा, "हमारी राष्ट्रीय सरकार इस तरह की दुखद घटनाओं को रोकने के लिए जो कुछ भी संभव हो सकता है, जरूर करेगी." राष्ट्रपति ने कहा कि इस बात का पता लगा जाएगा कि ऐसी क्या गड़बड़ हुई जिसके कारण इतने लोगों की जान गई. अगर समय रहते पर्याप्त रूप से चेतावनी दे दी गई होती तो किनारों पर रह रहे लोग तूफान आने से पहले ही वहां से चले जाते.
आकीनो ने कहा, "मैं नहीं मानता कि सब कुछ किया गया. मैं जानता हूं कि हम और कुछ भी कर सकते हैं. हमें निश्चित रूप से पता लगाना होगा कि वास्तव में क्या हुआ." संयुक्त राष्ट्र ने तीन टन हाई प्रोटीन वाले बिस्किट, पानी के टैंक, कंबल, प्लास्टिक की चादरें और टेंट भेजे हैं. यह सारा सामान करीब 75,000 लोगों की जरूरतों को पूरा कर सकता है. दोनों शहरों में पीने के पानी की सबसे ज्यादा दिक्कत है. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने घटना पर दुख जताया और सरकार की हर तरह से मदद करने का भरोसा दिया है.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः एम गोपालकृष्णन