फ्रांस में हमला कर सकता है अल कायदा
१८ अक्टूबर २०१०कुछ दिन पहले यूरोपीय खुफिया एजेंसियों को सउदी की खुफिया एजेंसी से एक सूचना मिली कि अरब प्रायद्वीप में अल कायदा की एक शाखा सक्रिय होने की योजना बना रही है. इस शाखा के निशाने पर यूरोप और खास तौर से फ्रांस है. गृह मंत्री ने रेडियो और टीवी पर प्रसारित एक इंटरव्यू में ये बात कही. गृह मंत्री ने कहा," खतरे की खबर सच्ची है और हम चौकस हैं. फिलहाल फ्रांस में सुरक्षा को सबसे ऊंचे स्तर से एक स्तर नीचे रखा गया है."
सउदी से आई चेतावनी पिछले हफ्ते आई कई चेतावनियों में सबसे नई है. हॉर्टेफह ने 9 सितंबर को भी कहा था कि इंटरपोल ने उन्हें चेतावनी दी है. इसके एक हफ्ते बाद ही एक महिला आत्मघाती हमलावर के जरिए बम हमले की चेतावनी दी गई. कुछ दिन पहले अमेरिका ने भी यूरोप पर ऐसे हमले होने का अंदेशा जताया था.
पश्चिमी सुरक्षा अधिकारियों ने भी इस बात की आशंका जताई है कि अल कायदा यूरोप पर 2008 में मुंबई पर हुए हमले जैसा हमला करने की कोयजना बना रहा है. मुंबई पर लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकियों ने भारी कहर बरपाया. कराची से बोट के जरिए मुंबई पहुंचे इन आतंकियों के हमले में 166 लोगों की मौत हुई.
सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा है कि यूरोप पर हमला करने के लिए आतंकियों का एक गुट अफगान पाकिस्तान सीमा पर ट्रेनिंग ले रहा है. हॉर्टेफह ने कहा कि फ्रांस कुछ ऐसे लोगों पर निगाह रखे हुए है जो कुरान पढ़ाने वाली कुछ संस्थानों से जुड़े हैं साथ ही उन लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है जो लौटकर फ्रांस आने वाले हैं. गृह मंत्री के मुताबिक हर साल फ्रांस में कम से कम दो आतंकी हमलों की साजिश का पता चल रहा है. फिलहाल फ्रांस की जेलों में आतंकवाद फैलाने के आरोपों में 61 लोग बंद हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एम जी