बहरीन में छह मौतें, हर तरफ संयम की अपील
१७ मार्च २०११व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने बताया, "बहरीन में हिंसा पर राष्ट्रपति ने गहरी चिंता जताई है और अधिक से अधिक संयम बरतने की अपील की है. राष्ट्रपति ने एक राजनीतिक प्रक्रिया पर भी जोर दिया है क्योंकि परेशानी झेल रहे बहरीन के लोगों की जायज मांगों पर शांतिपूर्ण तरीके से ध्यान देने का यही तरीका हो सकता है. बहरीन की स्थिरता के लिए भी यह जरूरी है. राष्ट्रपति ने बहरीन के शहजादे सलमान के नेतृत्व में शुरू की गई राष्ट्रीय वार्ता की पहल का भी समर्थन किया."
बढ़ी अमेरिकी चिंता
बहरीन में कई हफ्तों से शिया प्रदर्शनकारी सुन्नी शाह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. वे देश में व्यापक राजनीतिक सुधार चाहते हैं. बुधवार को राजधानी मनामा के केंद्रीय पर्ल चौक पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई में छह लोगों की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बहरीन और सउदी अरब के शाहों से टेलीफोन पर बात की. सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने बहरीन की सरकार की मदद के लिए अपने सैनिक वहां भेजे हैं.
अरब जगत में बह रही बदलाव की हवा को लेकर अमेरिका और उसके पारपंरिक मध्यपूर्व सहयोगी सउदी अरब के बीच मतभेद साफ होने लगे हैं. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने बहरीन में राजनीतिक असंतोष को दबाने के लिए खाड़ी सहयोग परिषद के सैनिकों की तैनाती की आलोचना की. मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंची क्लिंटन ने कहा कि सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के सैनिकों की तैनाती गलत कदम है. बहरीन में अशांति अमेरिका के लिए इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि वहां अमेरिकी नौसेना की फिफ्थ फ्लीट का अड्डा है.
दमन बंद करो
उधर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने बहरीन के शाह से अपील की है कि वह सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की मांगों पर ध्यान दें, उनका दमन न करें. कैमरन ने मंगलवार रात बहरीन के शाह हमद बिन अल खलीफा से टेलीफोन पर बात की और सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई. बुधवार को लंदन में कैमरन के प्रवक्ता ने कहा, "प्रधानमंत्री ने बहरीन के शाह से फोन पर बात की है और वहां बिगड़ती स्थिति पर अपनी चिंता जताई है. उन्होंने सभी पक्षों से संयम की अपील की है. साथ ही सुधारों की प्रदर्शनकारियों की मांग पर ध्यान देने की अपील की है. प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनकारियों का दमन न करने को भी कहा है."
ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने भी बहरीन के विदेश मंत्री से बात की. विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "उन्होंने जमीनी हालात पर चिंता जताई और सभी पक्षों संयम की अपील की है."
बहरीन की बड़ी भूल
इस बीच शिया बहुल ईरान ने कहा है कि बहरीन सरकार ने खाड़ी परिषद के सैनिकों को अपने यहां बुलाकर रणनीतिक गलती की है. राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने इस कदम के लिए अमेरिका की आलोचना की है. ईरान के रक्षा मंत्री अहमद वहीदी के हवाले सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने कहा है कि शिया बहुल बहरीन में सुन्नी शासक ने खाड़ी देशों की सैनिकों को बुलाकर बड़ी भूल की है. उन्होंने कहा, "ऐसे कदमों से तनाव और बढ़ेगा और क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को खतरा पैदा होगा."
बहरीन में शाह हमद ने मंगलवार को इमरजेंसी लगा दी जिसके तहत सेना को प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने के लिए ज्यादा अधिकार मिले. बुधवार को राजधानी मनामा के पर्ल चौक पर पुलिस की कार्रवाई में तीन प्रदर्शनकारी और दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. एक अन्य घायल पुलिसकर्मी ने भी दम तोड़ दिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/कुमार
संपादनः वी कुमार