भारत की रगों में घुलती ड्रग्स
३१ जुलाई २०१७भारतीय तटरक्षक बल ने गुजरात के अलंग पहुंचने जा रहे एक मालवाहक जहाज से 1,500 किलोग्राम हिरोइन जब्त की है. देश में अब तक यह ड्रग्स की सबसे बड़ी रिकवरी है. भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अभिषेक मतिमान के मुताबिक, "खुफिया एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद तटरक्षक बल ने जहाज को इंटरसेप्ट किया. तटररक्षक बल के मुताबिक यह पहला मौका है जब इतने बड़े पैमाने पर देश में नारकोटिक्स जब्त किया गया है."
एमवी हेनरी नाम का जहाज पनामा की एक कंपनी का है. जहाज दुबई से गुजरात के तटीय शहर अलंग के शिपब्रेक्रिंग यार्ड के लिए निकला था. ड्रग्स की बरामदगी के बाद जहाज को पोरबंदर लाया गया है. चालक दल के आठ सदस्यों को हिरासत में लिया गया है. ये सभी भारतीय नागरिक बताये जा रहे हैं. कोस्ट गार्ड, पुलिस और अन्य एजेंसियों ने संयुक्त जांच शुरू कर दी है.
15 क्विंटल हेरोइन की बाजार में कीमत 54.6 करोड़ डॉलर यानि करीब 35 अरब रुपये आंकी गयी है. भारत कई दशकों से ड्रग्स तस्करों का गढ़ रहा है. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, म्यांमार और नेपाल से हेरोइन, कोकेन और मॉर्फीन भारत के रास्ते दुनिया भर में सप्लाई की जाती है.
2016 में महाराष्ट्र में पुलिस ने 18.5 टन एफेड्रिन बरामद की थी. ब्लड प्रेशर को कम करने वाली इस दवा का इस्तेमाल नशे के लिए भी किया जा रहा है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक हाल के सालों में भारत में ड्रग्स की बरामदगी लगातार बढ़ती जा रही है.
लेकिन इस बीच भारत के घरेलू बाजार में भी ड्रग्स की खपत चिंताजनक रूप से बढ़ी है. पंजाब के बाद अब देश के दूसरे राज्य भी ड्रग्स की चपेट में आने लगे हैं. हाल ही में उत्तराखंड के कुछ शहरों में बड़े पैमाने पर ड्रग्स के मामले सामने आये हैं. देहरादून और नैनीताल जैसे जिलों में कई युवा नशे की जद में हैं.
(नशीले पदार्थ पैदा करने वाले प्रमुख देश)
ओएसजे/आरपी (पीटीआई, डीपीए)