मौत के 20 साल बाद भी दिलों की मल्लिका हैं डायना
३० अगस्त २०१७गुरुवार को प्रिंसेस डायना को उनकी 20वीं बरसी पर श्रद्धांजलि देने वालों में उनके बेटे प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी सबसे आगे रहेंगे. इस मौके पर होने वाले कार्यक्रम से पहले विलियम और हैरी ने ब्रिटिश प्रसारकों को दिये इंटरव्यू में बताया है कि उस हादसे का उनके बचपन पर क्या असर हुआ. दोनों राजकुमार केनसिंग्टन गार्डन में कभी उनकी मां के सहयोग से चलने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे. यह जगह उसी महल के बाहर है जहां डायना अपने बेटों और पूर्व पति प्रिंस चार्ल्स के साथ रहती थीं.
विलियम और हैरी अपनी मां के जीवन और उनके काम के प्रति श्रद्धांजलि देंगे और लंदन के ग्रेट ऑरमोंड स्ट्रीट हॉस्पीटल, द नेशनल एड्स ट्रस्ट, द लिप्रोसी मिशन और द इंग्लिश नेशनल बैले के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे. दोनों राजकुमार महल के उस माली से भी मिलेंगे जिससे लेडी डायना की दोस्ती थी. ये मुलाकात उस अस्थायी सफेद बाग में होगी जिसे 20वीं बरसी के लिए बनाया गया है.
राजकुमारी डायना को "दिलों की मल्लिका" का खिताब उनसे सहानुभूति रखने वाली कई किताबों और डॉक्यूमेंट्री में दिया गया है. राजकुमारी की मौत के बाद ब्रिटेन के लोग बहुत दुखी हुए थे. हालांकि एक टेब्लॉयड ने यह दावा भी किया कि उनकी मौत शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की साजिश का नतीजा हो सकती है.
प्रिंस चार्ल्स और उनके माता पिता क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप की इस बात के लिए आलोचना होती है कि उन्होंने डायना की मौत के बाद के दिनों में युवा राजकुमारों को पहले तो लोगों की नजरों से दूर रखा और बाद में उन्हें डायना की अंतिम यात्रा में शव के साथ चलने पर मजबूर किया. कुछ विश्लेषक राजकुमारी डायना को लेकर ठंडे रुख के लिए भी शाही परिवार की आलोचना करते हैं.
हालांकि 20वीं बरसी से पहले 35 साल के विलियम और 32 साल के हैरी ने अपने पिता और दादा का बचाव किया है. राजकुमारों का कहना है कि वे इस बात से खुश हैं कि उन्हें उस समय अलग ले जा कर स्कॉटलैंड में बालमोराल के शाही महल में रखा गया.
डायना की मौत के बारे में बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री में हैरी कहते हैं कि प्रिंस चार्ल्स ने उन्हें इस बात की खबर दी और मौत के तुरंत बाद के लम्हों में उन्हें संभाला. प्रिंस हैरी ने कहा है, "किसी भी मां बाप के लिए अपने बच्चों को ये बताना सबसे मुश्किल काम है कि उनमें से एक की मौत हो गयी है. उन्होंने इस मुश्किल वक्त का सामना कैसे किया, मुझे नहीं पता लेकिन हमारे लिए वो उस वक्त मौजूद थे."
राजकुमारों का कहना है कि मां के ताबूत के पीछे चलना एक संयुक्त फैसला था. हैरी का कहना है, "सचमुच मेरी इस बारे में कोई राय नहीं है कि वह सही था या गलत, लेकिन मैं खुश हूं कि मैं उसका हिस्सा था." इसी साल जून में न्यूजवीक पत्रिका को दिये एक इंटरव्यू में हैरी ने शव के पीछे चलने को लेकर शिकायत की थी. हैरी ने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि किसी बच्चो को किसी भी परिस्थिति में ऐसा करने के लिए कहा जाना चाहिये."
विलियम उस वक्त 15 साल के थे और वे अंतिम यात्रा को, "सबसे मुश्किल" और "बेहद लंबी तन्हाई में डूबी यात्रा" बताते हैं. विलियम का कहना है कि उन्होंने इस शव यात्रा में बस एक संतुलन कायम करने की कोशिश की. संतुलन अपनी मां को खोने के बाद अकेले कमरे में बस रोने की इच्छा रखने वाले विलियम और एक राजकुमार के बीच.
उनका कहना था कि उन्हें उस वक्त समझ में नहीं आ रहा था कि अंतिम यात्रा के वक्त इतने सारे लोग जोर जोर से क्यों रो रहे थे, "मैं सोच रहा था कि ये लोग तो उन्हें जानते भी नहीं लेकिन फिर इतने दुखी क्यों हैं."
बीते साल स्काई न्यूज को दिये एक इंटरव्यू में विलियम ने यह कह कर महारानी की तारीफ की थी कि मां की मौत के बाद उन पर उनका मजबूत असर पड़ा. विलियम ने कहा था, "औरत के रूप में उनका बहुत मजबूत असर रहा है, छोटी उम्र में ही मां की मौत के बाद यह मेरे लिये खासतौर से बेहद जरूरी था कि महारानी जैसी कोई महिला हो जिसकी तरफ मैं देख सकूं." विलियम का कहना था कि महारानी उनके साथ रहीं और उन्होंने किसी अपने को खोने की जटिल जटिल स्थिति में बातों को समझा.
पिछले महीने आईटीवी की एक डॉक्यूमेंट्री में राजकुमारों ने डायना को, "दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मां." कहा था. विलियम कहते हैं, "वह बहुत अनौपचारिक थीं और सचमुच हंसना, मस्ती करना इन सबमें खूब मजे लेती थीं." हैरी का कहना है कि वह "दुनिया के सबसे नटखट अभिभवकों में एक थी," इसके तुरंत बाद विलियम ने कहा, "लेकिन वह समझतीं थीं कि महल की दीवारों के बाहर असल जिंदगी है."
एनआर/एके (डीपीए)