युर्गेन क्लॉप: जर्मनी के सेकंड डिवीजन से फीफा के सर्वश्रेष्ठ बनने का सफर
लिवरपूल क्लब के मैनेजर क्लॉप को फीफा ने इस साल पुरुष फुटबॉल के बेस्ट कोच का खिताब दिया है. लिवरपूल को 2019 का चैंपियंस लीग खिताब दिलाना बेशक उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है लेकिन यहां तक का सफर भी कम यादगार नहीं है.
क्लॉप पर है भरोसा
चार साल पहले लिवरपूल के मैनेजर बने क्लॉप ने क्लब को 2019 में चैंपियंस लीग खिताब जिता दिया. अब उनकी नजर पहले प्रीमियर लीग खिताब पर है.
खिलाड़ी के रूप में
जर्मनी में सेकेंड डिवीजन टीम से शुरुआत करने वाले क्लॉप 15 साल तक पेशेवर खिलाड़ी रहे. इनमें से 11 साल वह माइंत्स की टीम में रहे जिसे 2001-02 सीजन में उन्होंने कोच करना शुरू किया.
माइंत्स को खड़ा किया
माइंत्स की टीम पर बार बार जर्मन थर्ड टियर में डाले जाने का खतरा मंडराता था. लेकिन कोच के रूप में क्लॉप ने इस टीम को पहली बार फर्स्ट लीग, बुंडेसलीगा में पहुंचाया.
बोरुसिया का उत्थान
सन 2008 में क्लॉप जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमुंड में आ गए. क्लब ने तब बड़े खिलाड़ी खरीदने के बजाए टीम में नए सितारे पैदा करने की रणनीति अपनाई थी. क्लब बुंडेसलीगा के दो सीजन में लगातार छठे और पांचवे स्थान पर रहा.
ट्रॉफी जीतें
2010 से 2012 के बीच क्लॉप ने बोरुसिया डॉर्टमुंड क्लब को उसके इतिहास के दो सबसे चमकदार पल दिए. 2010-11 में क्लब ने बुंडेसलीगा खिताब जीता और अगले सीजन की घरेलू श्रृंखला भी जीती.
प्रशंसकों के प्रिय
डॉर्टमुंड के फैन्स का क्लॉप का फैन होना तो बनता ही था. मैदान में उनकी ऊर्जा को लोग भी महसूस करते. कभी दिवालिएपन की कगार पर पहुंच चुके क्लब को उन्होंने शीर्ष पर पहुंचाया.
कड़वा अंत
2014-15 में डॉर्टमुंड के साथ उनका आखिरी और सबसे बुरे प्रदर्शन का सीजन रहा. हालांकि फिर भी सात साल के साथ का अंत उन्होंने टीम को जर्मन कप के फाइनल में पहुंचा कर किया.
लिवरपूल में शुरुआत
डॉर्टमुंड छोड़ने के केवल पांच महीने बाद ही क्लॉप लिवरपूल के कोच बन कर वापस लौटे. उन्होंने इंग्लिश प्रीमियर लीग की टीम को यूरोप लीग के फाइनल में पहुंचाया. चैंपियंस लीग में भी रेड टीम पहले चौथे और फिर तीसरे स्थान पर रही.
फिर से सिर चढ़ाए गए
एक बार फिर लिवरपूल के साथ क्लॉप को वैसी ही लोकप्रियता देखने को मिली जैसी उन्होंने कभी डॉर्टमुंड के साथ देखी थी. खेल के प्रति उनका दीवानापन, बढ़ चढ़ कर हावभाव दिखाना हिट था. आक्रामक शैली के खेल के कारण मोहम्मद सालाह और सादियो माने जैसे उनके कई खिलाड़ी भी चमके.
मिस
2017-18 के सीजन में क्लॉप लिवरपूल को यूरोपीय क्लब फुटबॉल के शीर्ष पर पहुंचाने ही वाले थे कि खिलाड़ी मोहम्मद सालाह चोटिल हो गए. चैंपियंस लीग के फाइनल में रियाल मैड्रिड में जर्मन गोलकीपर लोरीस कारिउस की दो बड़ी गलतियों ने भी लिवरपूल के हाथ से चैंपियंस लीग खिताब छीन लिया.
हिट
अगले ही साल एक बड़ा मौका फिर मिला. युर्गेन क्लॉप ने मैड्रिड में खेले गए चैंपियंस लीग के फाइनल मुकाबले में लिवरपूल को आखिरकार खिताबी जीत दिला ही दी. टॉटेनहैम हॉटस्पर को 2-0 से हराया. ये क्लॉप का पहला चैंपियंस लीग खिताब था.
बेस्ट
2019 चैंपियंस लीग खिताब और प्रीमियर लीग में दूसरे स्थान पर लिवरपूल को फिनिश दिलाने वाले युर्गेन क्लॉप को फीफा ने 2019 के बेस्ट कोच का खिताब दिया. (डेविस फानओपडोर्प, चक पेनफोल्ड/आरपी)