ललित मोदी से पल्ला झाड़ा शरद पवार ने
२५ जुलाई २०१०शरद पवार का कहना है कि हाल के दिनों में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने के बाद आईपीएल की छवि को गहरा धक्का लगा है. पवार के मुताबिक मोदी को भी अपनी विवादास्पद कार्यशैली की कीमत चुकानी पड़ रही है. मोदी का कथित मनमाना व्यवहार बीसीसीआई में बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों के गले नहीं उतरा. जब पवार से खासतौर पर पूछा गया कि अगर वित्तीय धांधलियों के आरोपों में मोदी को दोषी पाया गया तो क्या वह उन्हें बचाएंगे, शरद पवार ने साफ इनकार कर दिया.
सीएनएन-आईबीएन के डेविल्स एडवोकेट कार्यक्रम में पवार ने कहा, "किसी को बचाने का सवाल ही नहीं उठता. मोदी को ही नहीं, बल्कि किसी को भी. अगर किसी ने कोई गलती की है तो उसे फिर सजा मिलनी ही चाहिए."
इंग्लैंड के डेविड मोर्गन के पद से हटने के बाद शरद पवार इसी महीने आईसीसी के अध्यक्ष बने हैं. पवार ने कहा कि मोदी ने आईपीएल को एक ग्लोबल ब्रैंड बनाने में जबरदस्त मदद की है लेकिन उनका काम करने का तरीका एक समस्या बन गया.
"आईपीएल एक प्रोडक्ट के तौर पर बेहद सफल रहा है. इससे दुनिया में यह संदेश गया कि भारत भी इस तरह के आयोजन कर सकता है. इसके लिए मोदी ने कड़ी मेहनत की, मुश्किलें झेली. इस में कोई दोराय नहीं है. अगर किसी ने योगदान दिया है तो फिर हमें यह भी स्वीकारना चाहिए. लेकिन उनकी कार्यशैली विवादों में घिर गई और अब बीसीसीआई का मानना है कि इसकी गहराई में जाकर जांच होनी चाहिए. जहां तक मैं जानता हूं, बीसीसीआई सही फैसला लेगा और आईपीएल की छवि सुधारने के लिए कदम उठाएगा."
शरद पवार का कहना है कि ललित मोदी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष रूप से जांच होनी चाहिए लेकिन वह इस मामले में दखल नहीं दे सकते. पवार ने इस बात से इनकार किया कि वह मोदी को आईपीएल स्कैंडल से बचकर निकलने में मदद दे रहे हैं.
पवार ने स्पष्ट किया कि वह इस पचड़े से दूर हैं और किसी का न विरोध कर रहे हैं और न ही किसी का पक्ष ले रहे हैं. पवार के मुताबिक अगर बीसीसीआई आईपीएल में फैली मुश्किलों को दूर करने में विफल रहता है तो आईसीसी इस मामले में कुछ नहीं कर पाएगी क्योंकि यह एक घरेलू आयोजन है. दूसरे देशों के घरेलू आयोजनों में आईसीसी दखल नहीं दे सकती.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार