विकीलीक्स समर्थकों की जानकारी मांगी गई
८ जनवरी २०११पिछले साल नवंबर महीने में विकीलीक्स वेबसाइट ने अमेरिका के ढाई लाख से ज्यादा गोपनीय कूटनीतिक संदेशों को जारी करना शुरू किया जिससे अमेरिका को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. विकीलीक्स ने एक बयान जारी कर कहा, "अमेरिकी सरकार खुफिया तौर पर विकीलीक्स मामले की जांच कर रही है यह आज साबित हो गया. पहली बार ज्यूरी के किसी आदेश को सार्वजनिक किया गया है."
विकीलीक्स के मुताबिक अमेरिका सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर से चाहता है कि जूलियन असांज और उनके तीन साथियों के निजी संदेश, संपर्क जानकारी, आईपी एड्रेस और टेलीफोन नंबर, यूजर नेम, भुगतान से जुड़ी जानकारी मुहैया कराई जाएं. जिन लोगों से जुड़ी जानकारी मांगी गई हैं उनमें आइसलैंड की एक सांसद भी हैं. ढाई लाख से ज्यादा कूटनीतिक संदेशों को लीक करने के मामले की अमेरिका जांच कर रहा है और असांज पर आरोप भी तय किए जा सकते हैं.
आइसलैंड की सांसद बर्गिटा योन्सडोटिर इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना रही हैं. विकीलीक्स की सहयोगी योन्सडोटिर इस मुद्दे पर आइसलैंड के न्याय मंत्री से बात करने का विचार कर रही हैं. उनका कहना है कि जानकारी मांगने के लिए अमेरिकी न्याय मंत्रालय जिम्मेदार है और ट्विटर को इसका दोष नहीं दिया जा सकता.
वर्जीनिया की अदालत ने 14 दिसंबर को आदेश में कहा कि ट्विटर उसे वो सभी जानकारी उपलब्ध कराए जो विकीलीक्स मामले की जांच में प्रांसगिक है. विकीलीक्स धमाके के बाद से ही ट्विटर उसके समर्थकों और विरोधियों के बीच बहस का मंच रहा है और अब अमेरिकी ज्यूरी ने उसी को इस मामले में खींच लिया है. ट्विटर मैनेजमेंट के लिए यह मुश्किल स्थिति है.
ट्विटर से तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा गया और उसे ऐसी किसी जांच के होने या फिर उसमें गवाही देने की बात स्वीकार करने के लिए मना कर दिया गया. लेकिन बुधवार को ट्विटर पर से अदालत ने ये प्रतिबंध हटा लिया और उसे कहा गया कि वह इस बात को सार्वजनिक कर सकती है.
जूलियन असांज ने ज्यूरी के इस आदेश की कड़ी आलोचना करते हुए इसे उत्पीड़न करार दिया है. "अगर ईरान की सरकार पत्रकारों या विदेशी कार्यकर्ताओं से सूचना जुटाने की कोशिश करती है तो दुनिया भर में मानवाधिकार संगठन उसका विरोध करते हैं." असांज का कहना है कि ट्विटर की कानूनी कार्रवाई के बाद ही अदालत के आदेश को गोपनीय रखने की पाबंदी हटाई गई.
ट्विटर ने हालांकि इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. ट्विटर का कहना है, "यूजर्स के अधिकारों की रक्षा के लिए हमारी नीति है कि हम उन्हें बताएं कि सरकारी संस्थाएं या अदालत उनसे जुड़ी जानकारी मांग रहे हैं. बर्शते कि कानूनन हमें इसकी इजाजत न दी गई हो."
विकीलीक्स पर अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद से ही दबाव का सामना करना पड़ा है. विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज के खिलाफ दो महिलाओं ने स्वीडन में यौन दुराचार का मामला दर्ज कराया. विकीलीक्स से कई कंपनियों ने नाता तोड़ लिया और पेपाल, वीजा और मास्टरकार्ड ने उसे मिलने वाली वित्तीय मदद के माध्यम भी बंद कर दिए गए. विकीलीक्स को अपनी वेबसाइट का पता भी बदलना पड़ा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एन रंजन