संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कश्मीर में शांति की अपील की
२२ सितम्बर २०१०मून के दफ्तर से जारी किए गए बयान में कहा गया, "महासचिव कश्मीर में जान माल की हानि से चिंतित हैं और वे हिंसा पर रोक लगाने की मांग करते हैं. साथ ही, उन्होंने सारे पक्षों से अपील की है कि वे शांति और संयम से रहें." पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक ईमेल लिखा था जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे के लिए शांतिपूर्वक हल ढूंढने की बात कही थी. उन्होंने विवाद में फंसे पक्षों से कहा कि वे द्विपक्षीय चर्चा के लिए सही माहौल बनाने की कोशिश करें. हालांकि इसके कुछ ही देर बात भारत सरकार ने बयान को लेकर विरोध जताया. संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था भारत के विरोध से पीछे हट गई. बयान को वापस लेते हुए संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यह मीडिया के लिए केवल एक मार्गदर्शक था और इसे औपचारिक बयान के तौर पर नहीं देखा जा सकता है.
उधर पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा है कि वह कश्मीर मामले में भारत पर दबाव डाले. न्यू यॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ अच्छे संबंध चाहती है. लेकिन उनका मानना है कि भारत कश्मीर में 'अत्याचार' कर रहा है. उन्होंने कहा, "हम खास तौर से अमेरिका से कह रहे हैं कि उसे कश्मीर मुद्दे को हल करने में भी अपने राजनीतिक महत्त्व का इस्तेमाल करना चाहिए. इस तरह का हल न केवल कश्मीर के लोगों के लिए अहम होगा, बल्कि इससे पूरे क्षेत्र में शांति स्थापित होगी."
पाकिस्तान की संसद ने भारत प्रशासित कश्मीर से संबंधित प्रस्ताव पारित किए हैं. इनमें पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की है कि वह जम्मू और कश्मीर के लोगों पर अत्याचार को पहचाने. साथ ही संयुक्त राष्ट्र से अपील की गई है कि कश्मीर पर प्रस्तावों को अमल में लाया जाए. भारत ने इस बात की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में मानवाधिकर उल्लंघन और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर पाकिस्तानी सरकार को ध्यान देना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने इलाके में आतंकवाद रोकने पर ध्यान देना चाहिए. भारत पाकिस्तान से अच्छे संबंध रखना चाहता है.
रिपोर्टःएजेंसियां/एमजी
संपादनः ओ सिंह