सबसे बड़े इनवेस्टमंड फंड वाले देश
बहुत ज्यादा विदेशी मुद्रा कमाने वाले देश पैसे को सरकारी फंड्स के जरिये निवेश कर देते हैं. एक नजर सबसे ज्यादा पैसा निवेश करने वाले देशों पर.
1. नॉर्वे- 885 अरब डॉलर
1990 से नॉर्वे की सरकार मुनाफे में हैं. तेल उद्योग से हुई आय के चलते सरकार के पास काफी पैसा आया. इस पैसे को वहां का केंद्रीय बैंक सरकारी पेंशन फंड के जरिये इस्तेमाल करता है. इस लिहाज से नॉर्वे का सेंट्रल बैंक दुनिया का सबसे अमीर बैंक है.
2. चीन (सीआईसी)- 813.8 अरब डॉलर
चीन के पास चार निवेश फंड हैं. इनमें सबसे बड़ा है, चाइना इनवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (सीआईसी). इसकी संपत्ति 813.8 अरब डॉलर है. इस पैसे से सीआईसी देश के विदेशी मुद्रा कोष को मैनेज करता है. साथ ही यूरोप में गैस से लेकर रियल स्टेट तक में निवेश करता है.
3. अबु धाबी- 792 अरब डॉलर
स्थापना के बाद बीते 40 साल से अबु धाबी लगातार तेल निर्यात से मुनाफे में है. अबु धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी की गिनती सबसे अमीर निवेशकों में होती है. इसकी संपत्ति में हांग कांग के लक्जरी होटल और लंदन का गेटविक एयरपोर्ट भी शामिल है.
4. सऊदी अरब- 598.4 अरब डॉलर
तेल से हुई अकूत कमाई को सऊदी अरब ने सामा फॉरेन होल्डिंग में लगाया है. इस इनवेस्टमेंट फंड को सऊदी अरब का सेंट्रल बैंक चलाता है. फिलहाल रियाद की सरकारी कंपनी की कुछ हिस्सेदारी बेचने की बात चल रही है. अगर ऐसा हुआ तो सामा का कुल फंड 2,000 अरब डॉलर हो जाएगा.
5. कुवैत- 592 अरब डॉलर
कुवैत इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (KIA) दुनिया का सबसे पुराना इनवेस्टमेंट फंड है. KIA की स्थापना 1953 में हुई, इसकी आय तेल निर्यात से होती है. संस्था पर राजनीतिक असर नहीं के बराबर है. अथॉरिटी संपत्तियों का मूल्य बढ़ाने के लिए निवेश करती है.
6. चीन (सेफ)- 474 अरब डॉलर
सेफ चीन का दूसरा बड़ा इनवेस्टमेंट फंड है. इसकी स्थापना कारोबार को मजबूत करने के लिए हुई थी. 2007 में इसे दो हिस्सों में बांट दिया गया. फिलहाल सेफ का अमेरिकी खजाने में बड़ा हिस्सा है. शेल और रियो टिंटो जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भी इसकी हिस्सेदारी है.
7. हॉन्ग कॉन्ग- 442.4 अरब डॉलर
दूसरे इनवेस्टमेंट फंड्स से अलग हांग कांग मॉनिटरी अथॉरिटी विदेशों में निवेश नहीं करती. इस फंड का इस्तेमाल घरेलू बाजार में स्थिर रखने के लिए किया जाता है. HKMA सिर्फ हांग सेंग स्टॉक मार्केट के जरिये कारोबार करती है.
8 सिंगापुर- 350 अरब डॉलर
सिंगापुर के सरकारी फंड (GIC) की मौजूदा वैल्यू 350 अरब डॉलर है. लेकिन दूसरे सरकारी फंड्स की तरह इसके पास कोई संपत्ति नहीं है. GIC सरकार की तरफ से संपत्तियों का लेन देन करता है. फिलहाल इसका कारोबार 40 देशों में फैला है.
9. कतर- 335 अरब डॉलर
बड़े पैमाने पर गैस बिक्री के चलते कतर की इनवेस्टमेंट एजेंसी ने 335 अरब डॉलर की संपत्ति जुटाई. कतर दुनिया में प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक है. देश के पास अभी अगले 138 साल का तक चलने वाला गैस भंडार है. इनवेस्टमेंट एजेंसी के पास विदेशों के निवेश का बांटने की चुनौती है.
10. चीन (NSSF)- 236 अरब डॉलर
नेशनल सोशल सिक्योरिटी फंड भी चीन सरकार का ही है. बुजुर्ग होती जनसंख्या की हिफाजत करने के लिए इसे बनाया गया. 1970 के दशक में लागू की गई एक बच्चा नीति के चलते चीन को बुजुर्ग जनसंख्या की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बोर्ड ट्रस्टियों के मुताबिक इस फंड से बुजुर्गों की मदद की जाती है.