सलमान खान ने माफी मांगी
१२ सितम्बर २०१०पाकिस्तान के एक टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में सलमान ने कहा था कि नवंबर, 2008 के मुंबई के आतंकवादी हमलों को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जा रहा है क्योंकि वहां अमीरों को निशाना बनाया गया. लेकिन इस पर बवाल मचता देख उन्होंने सामने आकर सफाई दी है.
सलमान का कहना है, "मैंने करीब तीन हफ्ते पहले एक इंटरव्यू दिया. अब ईद और गणेश चतुर्थी के मौके पर इसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और गलत अर्थों में सामने लाया जा रहा है. मैंने तो बस इतना कहा था कि सभी लोगों की जान बराबर होती है. चाहे अमीर आदमी हो या गरीब आदमी, सब बराबर हैं. लेकिन कुछ आतंकवादी हमलों को ज्यादा मीडिया कवरेज मिलती है, क्यों."
बॉलीवुड स्टार का कहना है, "मुझे लगता है कि हर जान अहम है. दुनिया के किसी भी हिस्से में की गई आतंकी कार्रवाई अक्षम्य है. आतंकवादियों की कोई राष्ट्रीयता नहीं होती. कोई दीन ईमान नहीं होता. मुझे हमेशा से मेरे देश के सशस्त्र बलों पर भरोसा रहा है. मैं किसी का दिल नहीं दुखाना चाहता था. लेकिन अगर मेरी किसी बात से किसी का दिल दुखा है तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं."
सलमान से जुड़ा यह विवाद ऐसे वक्त में सामने आया है, जब उनकी फिल्म दबंग रिलीज हुई है और बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार कर रही है. पाकिस्तान के एक्सप्रेस 24/7 चैनल को दिए इंटरव्यू में सलमान ने कहा है, "इस बार संभ्रांत लोगों को निशाना बनाया गया. पांचसितारा होटल और दूसरी ऐसी जगहें. इसलिए ज्यादा हड़कंप मचा. इसके बाद इस पर खूब चर्चा हुई. लेकिन मेरा सवाल यह है कि इससे पहले क्यों नहीं. ट्रेनों और दूसरे शहरों में भी हमले हुए हैं. लेकिन उनके बारे में कोई ज्यादा बात नहीं करता है."
सलमान खान के इस बयान को लेकर कई जगहों पर शोर मचा और इसे राष्ट्रविरोधी बयान तक करार दिया गया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल ने भी इस मामले को लेकर सलमान को आंखें तरेरीं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, "यह बात ज्यादा मायने नहीं रखती कि किसकी मौत हुई है. बड़े आदमी की या छोटे आदमी की. अगर किसी आतंकवादी हमले में किसी की जान जाती है, तो यह देश के लिए बड़ी बात होती है. हमें मिल कर आतंकवाद से लड़ाई लड़नी है."
बीजेपी और शिव सेना ने सलमान खान के इस बयान की निंदा की, जबकि मुंबई के आतंकवादी हमलों का केस लड़ रहे वकील उज्ज्वल निकम का कहना था कि सलमान खान ने लड़कपन में ऐसी बात कह दी.
26/11 के आतंकवादी हमले में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. लगभग तीन दिन चले हमले में आतंकवादियों ने पांचसितारा होटलों और यहूदियों की रिहाइश को निशाना बनाया. हमले में शामिल एकमात्र आतंकवादी अजमल आमिर कसाब के पाकिस्तानी नागरिक होने की पुष्टि हो चुकी है. मुंबई की एक अदालत उसे हमले का दोषी बता चुकी है और उसे मौत की सजा मिल चुकी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एन रंजन