सीरिया में विपक्ष ने बुलाई आम हड़ताल
१८ मई २०११सीरियाई क्रांति 2011 नाम के फेसबुक पन्ने पर जारी संदेश में कहा गया है, "बुधवार का दिन सीरिया में आम हड़ताल का दिन होगा." इंटरनेट के जरिए सरकार विरोधी आंदोलन चला रहा ये ग्रुप दो महीने पहले शुरू हुए आंदोलन के केंद्र में है. फेसबुक पर जारी संदेश में ये भी कहा गया है, "ये दिन आंदोलनकारियों और आजादी चाहने वालों के जरिए सरकार को सजा देने का होगा. आइए बुधवार को हम शुक्रवार में तब्दील कर दें, न स्कूल खुलेंगे, न यूनिवर्सिटी, न दुकानें न रेस्तरां, यहां तक की सड़कों पर टैक्सियां भी नहीं चलेंगी." सीरिया में अभी तक ज्यादातर बड़े प्रदर्शन शुक्रवार को ही हुए हैं.
आम हड़ताल की मांग ऐसे वक्त में आई है जब प्रशासन सामूहिक कब्रगाह मिलने की खबरों से इनकार कर रहा है. हालांकि उन्होंने ये जरूर माना है कि पांच शव मिले हैं. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने सरकारी समाचार एजेंसी को सामूहिक कब्रगाह के बारे में कहा, "ये सूचना एकदम गलत है." सरकारी समाचार एजेंसी सना ने डेरा के स्थानीय अधिकारी के हवाले से कहा है कि शहर में रविवार को पांच शव मिले हैं और स्थानीय न्याय प्रशासन ने इसके बारे में जांच के आदेश दे दिए हैं. इन खबरों में इस बात का जिक्र नहीं है कि इन शवों के बारे में जानकारी कैसे मिली या पीड़ितों की मौत कैसे हुई.
उधर जन अधिकारों के लिए आंदोलन चला रहे अम्मार कुराबी अपने इस दावे पर कायम हैं कि रविवार को एक नहीं बल्कि दो सामूहिक कब्रगाह मिले हैं. कुराबी सीरिया के राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रमुख हैं. कुराबी ने समाचार एजेंसी एएफपी को फोन पर बताया, "दो सामूहिक कब्रगाह पहाड़ की चोटी पर मिले हैं, दोनों आसपास ही हैं. एक में 25 और दूसरे में 7 लोगों के शव मिले हैं. इनमें पांच वो शव भी हैं जिनका जिक्र प्रशासन कर रहा है इसके अलावा एक महिला ओर एक उसके बच्चे का शव भी है."
कुराबी ने पांच लोगों की पहचान 68 साल के अब्देल रज्जाक अबाजिद के और उनके चार बेटों के रूप में की है. कुराबी ने कहा कि उनका संगठन किसी पार्टी को इन हत्याओं का आरोप नहीं लगा रहा है उन्होंने सरकार से इसकी जांच करने को कहा है. सीरिया के मानवाधिकार पर्यवेक्षक रामी आब्देल रहमान ने कुराबी के दावों को चुनौती देते हुए कहा है कि केवल एक सामूहिक कब्रगाह मिला है जिसमें अबाजिद और उनके बेटों के शव हैं. रामी ने भी सरकार से एक आयोग बना कर मामले की जांच करने की मांग की है.
सीरियाई अधिकारियों ने पत्रकारों को विरोध प्रदर्शनों कवर करने से रोक दिया है. दो महीने से चले आ रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक कम से कम 850 लोगों की जान गई है जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी हैं. सीरियाई सरकार हिंसा के लिए हाथियारबांद आतंकवादी गुटों और विदेशी प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगा रही है. सरकार ने तकरीबन 8,000 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के दिनों में अपना ध्यान पश्चिमी शहर ताल कलाख की ओर लगाया है जहां के निवासी दर्जनों लोगों के शव मिलने और लोगों के जख्मी होने की बात कह रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह