सोनिया गांधी से आज मिलेंगे अन्ना हजारे
२ जुलाई २०११सोनिया गांधी के साथ बैठक पहले 30 जून को होना था लेकिन बाद में उसे रद्द कर दिया गया और दो जुलाई के लिए बैठक का समय तय हुआ. यूपीए सरकार में मंत्रियों और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों में लोकपाल बिल का मसौदा तय करने के लिए कई दौर की बातचीत हुई लेकिन बहुत से मुद्दे ऐसे रहे जिन पर सहमति नहीं बन पाई. इनमें एक प्रमुख मुद्दा प्रधानमंत्री पद को लोकपाल जांच के दायरे में लाने का है.
हाल ही में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पांच बड़े संपादकों के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें निजी रूप से लोकपाल के दायरे में आने से परेशानी नहीं है लेकिन कैबिनेट में शामिल कुछ मंत्री प्रधानमंत्री पद को इसके दायरे में लाने के खिलाफ हैं.
अन्ना हजारे ने भारतीय जनता पार्टी नेताओं से भी मुलाकात की है जिसके बाद बीजेपी ने कहा कि पार्टी मजबूत लोकपाल बिल के पक्ष में है. बीजेपी ने जोर दिया कि लोकपाल में शामिल सदस्यों का अतीत बेदाग होना चाहिए. डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद अन्ना हजारे ने इस बातचीत को फायदेमंद बताया. अन्ना हजारे, किरन बेदी और अरविंद केजरीवाल के साथ बातचीत में एलके आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मुरली मनोहर जोशी, जसवंत सिंह, राजनाथ सिंह, अनंत कुमार और रविशंकर प्रसाद मौजूद थे.
सिविल सोसाइटी का कहना है कि सरकार के साथ बातचीत में मतभेदों से नेताओं को अवगत कर दिया गया है. सरकार के मसौदे में कथित कमियों पर भी अन्ना हजारे की टीम अन्य दलों को समझाने का प्रयास कर रही है. सरकार ने लोकपाल बिल पर बातचीत के लिए 3 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई और इससे पहले अन्ना हजारे राजनीतिक दलों से मिल रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एम जी