10 लाख से ज्यादा लोगों का उत्तरी गाजा से पलायन
१६ अक्टूबर २०२३बीते 48 घंटों में उत्तरी गाजा में रहने वाले 11 लाख से ज्यादा लोगों में से ज्यादातर लोग अपने साथ जो कुछ ले जा सकते हैं उसे लेकर घर से निकल पड़े हैं. जिसके पास गाड़ी और पेट्रोल है वह गाड़ी में, जिसके पास घोड़ा या ऊंट गाड़ी है वह उससे और जिसके पास कुछ नहीं वह पैदल ही निकल गया है.इस्राएलने इन्हें यहां से सुरक्षित निकलने के लिए एक गलियारा तय किया है उसी रास्ते से ये लोग जा रहे हैं. इस्राएल के बमों से बचने के लिए ये लोग दक्षिणी गाजा की तरफ जा रहे हैं.
वहां की हालत पहले से ही अच्छी नहीं और अब इन लोगों के आने से हालात और बिगड़ गए हैं. लोगों को जहां जगह मिल रही है वहीं अपना सिर छिपाने के लिए सिमट जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के चलाए स्कूलों और दूसरे केंद्रों के अलावा गलियों और सड़को पर भी लोगों के झुंड नजर आ रहे हैं.
गाजा सिटी से भाग कर दक्षिण में राफा पहुंची 55 साल की मोना अब्देल हामिद ने कहा, "ना बिजली, ना पानी ना इंटरनेट, मुझे लगा रहा है कि मैं इंसान ही नहीं हूं."
गाजा के 11 लाख से ज्यादा लोगों को घर छोड़ने की चेतावनी
गाजा पर जमीनी हमले का अंदेशा
हमास के रॉकेट हमले के बाद बौखलाए इस्राएल ने गाजा पर हवाई हमलों की झड़ी लगा दी है. गाजा की सीमा पर भारी संख्या में सैनिकों और बख्तरबंद गाड़ियों का जमावड़ा है. वहां से आ रही खबरों से ऐसा लग रहा है कि इस्राएल गाजा पर जमीन, पानी और आकाश के रास्ते से हमला करने की तैयारी कर चुका है और हमला किसी भी वक्त हो सकता है.
गाजा में रहने वाले तकरीबन 24 लाख लोगों की जान पर बन आई है. इस्राएल का कहना है कि हमले की कार्रवाई में जमीनी अभियान का एक बड़ा हिस्सा होगा. इस्राएल की अब तक की कार्रवाई में गाजा के 2,670 लोगों की मौत हुई है. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
हमास का समर्थन करने वाले ईरान और लेबनान और हिज्बुल्लाह ने चेतावनी दी है कि गाजा पर आक्रमण के विरुद्ध जवाबी कार्रवाई भी हो सकती है. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दोलाहियान ने कहा है कि अगर इस्राएल सैनिकों को गाजा में भेजता है तो, "कोई भी स्थिति पर नियंत्रण और संघर्ष के नहीं फैलने की गारंटी नहीं दे सकता."
गाजा पट्टी में रहने वाले लोग कौन हैं?
इस्राएल और लेबनान की सीमा पर भी गोलीबारी हुई है जिसके बाद इस्राएल ने यह इलाका आम लोगों के लिए बंद कर दिया है. रविवार को दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के अड्डे पर एक रॉकेट से हमला हुआ. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों में भारत के हजारों सैनिक तैनात हैं. इधर इस्राएली सेना का कहना है कि इस्राएल में हिज्बुल्लाह के हमले में एक इस्राएली आदमी की मौत हो गई है. पिछले एक हफ्ते में इस्राएल में कम से कम दो और लेबनान में 10 लोगों की जान गई है.
इस्राएल को चेतावनी
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन सोमवार को फिर से इस्राएल पहुंचे हैं. वह संकट के इस दौर में मध्यपूर्व के देशों की यात्रा कर स्थिति को थोड़ा संभालने की कोशिश में हैं. हालांकि इस्राएल ने हमास के अभूतपूर्व हमले का बदला लेने के लिए जिस तरह के अभियान की शुरुआत की है उसे देख कर चिंता बढ़ गई है. अरब लीग और अफ्रीकी यूनियन ने चेतावनी दी है कि गाजा पर आक्रमण "अभूतपूर्व अनुपात में नरसंहार" को जन्म दे सकता है. संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंटोनियो गुटेरेश ने भी चेतावनी दी है कि पूरा इलाका "रसातल में जाने की कगार पर पहुंच गया है."
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीबीएस न्यूज के प्रोग्राम 60 मिनट से बातचीत में कहा कि हमला करने और चरमपंथियों को बाहर निकालने की जरूरत थी लेकिन इलाके पर कब्जे के लिए कोई भी कदम उठाना "बड़ी गलती" होगी. उधर इस्राएल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा है कि उनके देश की "उत्तर में जंग में कोई दिलचस्पी नहीं है, हम स्थिति को और बिगाड़ना नहीं चाहते हैं."
एनआर/एए (एएफपी)