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26/11के दौरान कसब को छुड़वाने की कोशिश हुई

१५ जनवरी २०१०

लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तानी लीडरों ने कोशिश की थी कि एक अपह्रत व्यक्ति के ऐवज में अजमल आमिर कसब को छोड़ दिया जाए. दो संदिग्धों के ख़िलाफ़ अभियोग पत्र में यह लिखा गया है.

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तस्वीर: AP

जिन लोगों ने मुंबई पर हमला किया था वह कोशिश कर रहे थे कि उन्होंने जिसका अपहरण किया है उसके बदले अजमल कसब को छुड़ा लिया जाए. दो संदिग्धों के अभियोग पत्र में यह सामने आया है. अमेरिकी अदालत ने तहव्वुर राणा और डेविड हेडली के ख़िलाफ़ आरोप पत्र में विस्तार से बताया है कि कैसे लश्कर ए तैयबा ने मुंबई में 26 नवंबर 2008 को किए गए आतंकवादी हमलों की साजिश कम से कम तीन साल पहले, वर्ष 2005 में रची थी.
शिकागो की एक अदालत में अमेरिकी संघीय अभियोजकों द्वारा दाखिल अभियोग पत्र में बताया गया है कि लश्कर के एक सदस्य ने संदिग्ध आतंकवादी डेविड कोलमेन हैडली तथा संगठन से जुड़े दूसरे सदस्य को 2005 के आख़िर में बताया था कि वह लश्कर के लिए महत्वपूर्ण ठिकानों की टोह लेने के लिए भारत जाएगा.

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक हैडली को पिछले साल अक्तूबर में एफबीआई ने गिरफ़्तार किया था. उस पर भारत में आतंकवादी हमले करने की साजिश रचने तथा मुंबई हमलों में शामिल होने का आरोप है.
शिकागो में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के तहव्वुर राणा पर आरोप तय हुए हैं कि उसने अमेरिकी नागरिक हैडली के साथ मिल कर मुंबई हमलों की तैयारी की और लश्कर ए तैयबा को मुंबई पर हमला करने में मदद की.

इन हमलों के दौरान सभी हमलावर लश्कर ए तैयबा के तीन सदस्यों से टेलिफ़ोन के ज़रिए बातचीत कर रहे थे. जिन्हें अदालत ने ए बी और सी बताया है. हमलों के दौरान ही उन्हें सलाह दी गई अपह्रतों को मारना है और ग्रेनेड से हमले करने है.

अभियोग पत्र में लिखा है कि 10 पाकिस्तानी नागरिकों को 2008 के जुलाई और अगस्त महीने में गहन प्रशिक्षण दिया गया था जिसमें युद्ध, कमरों में घुसने, बंधकों को बचाने की ट्रेनिंग शामिल थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादनः एस गौड़