4 राज्यों में बीजेपी और पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत
१० मार्च २०२२भारत की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. 403 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 254 सीटों पर जीत मिली है और 1 सीट पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं. राज्य में बहुमत हासिल करने के लिए 202 सीटों की जरूरत होती है. जाहिर है कि बीजेपी सिर्फ अपने दम पर ही उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने की हालत में है.
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में अपना दल और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के साथ गठबंधन किया था. इन दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. इन्हें 12 और छह सीटों पर जीत मिली है. तकरीबन चालीस सालों के बाद उत्तर प्रदेश में कोई सत्ताधारी दल पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद वापस लौट रही है.
उत्तर प्रदेश में दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी रही है और उसे 111 सीटें मिली हैं. उसके108 उम्मीदवार जीत चुके हैं और 3 सीटों पर आगे चल रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव में सत्ताधारी दल को कड़ी टक्कर दी है, हालांकि वह बहुमत हासिल करने लायक सीटें नहीं जीत सकी.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है. इस चुनाव में प्रियंका गांधी के हाथ में उत्तर प्रदेश की कमान थी और बहुत जोर शोर से प्रचार करने के बावजूद वह कोई करिश्मा नहीं दिखा सकीं. पार्टी के सिर्फ दो उम्मीदवारों को जीत मिली है. बहुजन समाज पार्टी का हाल और बुरा है. बीएसपी का महज एक उम्मीदवार ही जीत हासिल करने में सफल हुआ है. राष्ट्रीय लोक दल ने आठ सीटों पर जीत हासिल की है.
राज्य में बीजेपी को सबसे ज्यादा 41.41 फीसदी वोट मिले हैं. पार्टी का वोट शेयर तो बढ़ा है, लेकिन सीटों के मामले में उसे पिछली बार की तुलना में करीब 50 सीटों का नुकसान हुआ है. दूसरे नंबर पर रही समाजवादी पार्टी को 32 फीसदी वोट मिले हैं. बीएसपी को 12.8 जबकि कांग्रेस को 2.35 फीसदी वोट मिले हैं.
पंजाब पर चला आप का जादू
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में जबर्दस्त जीत हासिल की और उसके विरोधियों का सफाया हो गया है. 117 सीटों वाली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 92 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. पहली बार दिल्ली के बाहर आम आदमी पार्टी को इतनी बड़ी सफलता मिली है. यहां सत्ताधारी दल के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों से चुनाव हार गए हैं. राज्य में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा है. उसे कुल 18 सीटों पर जीत हासिल हुई है. राज्य में शिरोमणि अकाली दल को तीन, भारतीय जनता पार्टी को दो, जबकि बहुजन समाज पार्टी को एक सीट पर जीत मिली है.
वोट प्रतिशत के लिहाज से देखें तो आम आदमी पार्टी को 42 फीसदी, जबकि कांग्रेस को 22.98 फीसदी वोट मिले हैं. बीजेपी को 6.6 और शिरोमणि अकाली दल को 18.38 फीसदी वोट मिले हैं. हालांकि सीटों के लिहाज से यह अंतर बहुत ज्यादा बड़ा है. आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था. इन चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को बड़ी निराशा हाथ लगी है. कांग्रेस से अलग होकर उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई थी और बीजेपी के साथ गठबंधन किया था. हालांकि उनकी पार्टी को एक भी सीट हासिल नहीं हो सकी. यहां तक कि वह खुद भी चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस पार्टी के नवजोत सिंह सिद्धू भी चुनाव हार गए हैं.
उत्तराखंड में बीजेपी की वापसी
70 सीटों वाले उत्तराखंड में बीजेपी ने 42 सीटों पर जीत हासिल की है, जो बहुमत के आंकड़े 36 से छह ज्यादा है. यहां कांग्रेस को महज 17 सीटें मिली हैं, जबकि दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों और एक सीट बहुजन समाज पार्टी को मिली है. वोटों का प्रतिशत देखें, तो बीजेपी को 44.3 और कांग्रेस को 37.9 फीसदी वोट मिले हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों को उत्तराखंड में आठ फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं. यहां कई दिग्गज उम्मीदवार हार गए हैं. इनमें मौजूदा मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस पार्टी के हरीश रावत भी शामिल हैं.
गोवा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी
40 सीटों वाली गोवा विधानसभा के चुनाव में बीजेपी के 20 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है और पार्टी का कहना है कि वह तीन निर्दलीय विधायकों के साथ मिल कर राज्य में सरकार बनाएगी. राज्य में कांग्रेस पार्टी को 11 सीटों पर जीत मिली है. गोवा में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी और आम आदमी पार्टी को भी 2-2 सीटें मिली हैं, जबकि गोवा फॉरवर्ड पार्टी और रेवॉल्यूशनरी गोअंस पार्टी को एक एक सीटों से संतोष करना पड़ा है.
वोट प्रतिशत के लिहाज से बीजेपी को यहां 33.3 फीसदी और कांग्रेस को 23.5 फीसदी वोट मिले हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुल 19.37 फीसदी वोटों पर हिस्सेदारी जमाई है. आम आदमी पार्टी को यहां 6.77 फीसदी वोट मिले हैं.
मणिपुर में बीजेपी को बड़ी जीत
मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार अपने दम पर सरकार बनाने लायक जीत हासिल की है. 60 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 32, जबकि कांग्रेस को महज पांच सीटें हासिल हुई हैं. यहां नागा पीपुल्स पार्टी को छह, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट को पांच सीटों पर जीत मिली है. पहली बार मणिपुर के चुनाव में उतरी जनता दल (यूनाइटेड) ने भी छह सीटों पर जीत हासिल की है. बाकी बची सीटों में तीन पर कूकी अलायंस और तीन पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं.
वोट प्रतिशत के लिहाज से बीजेपी को 37.8 और कांग्रेस को 16.8 फीसदी वोट मिले हैं. नागा पीपुल्स पार्टी को 17.29 और नागा पीपुल्स फ्रंट को 8.09 फीसदी वोट मिले हैं. राज्य में पहले से ही बीजेपी के नेतृत्व में गठबंधन सरकार है, लेकिन अब बीजेपी ने अपने दम पर बहुमत हासिल कर लिया है.
रिपोर्टः निखिल रंजन