'48 घंटे में ले लेंगे बेनगाजी'
१६ मार्च २०११लीबिया में विद्रोह और उसका हिंसक दमन शुरू हुए कई सप्ताह बीत चुके हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय अभी तक यह फैसला नहीं कर पाया है कि लीबिया को उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करना है या नहीं. इस बीच लीबिया के नेता मुअम्मर गद्दाफी के बेटे 48 घंटे में बेनगाजी विरोध प्रदर्शनकारियों के हाथ से ले लेने का दावा कर रहे हैं. गद्दाफी के बेटे सैफ अल इस्लाम ने बुधवार को यूरो न्यूज में बातचीत के दौरान दावा किया कि शाही सेना विरोध प्रदर्शनकारियों के हाथ से तेल का गढ़ बेनगाजी छीन लेंगी.
जब अल इस्लाम से लीबिया को नो फ्लाई जोन बना देने की कोशिशों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "सैनिक कार्रवाई खत्म हो गई है. 48 घंटे में सब खत्म हो जाएगा. हमारी सेना बेनगाजी के पास है. जो भी फैसला होगा, उसमें बहुत देर हो जाएगी."
बुधवार को लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी की सेना ने मिसराता में बमबारी की. स्थानीय निवासी के हवाले से रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी है. मिसराता में सेना और विरोध प्रदर्शकारियों के बीच सैन्य संघर्ष के बारे में समाचारों की पुष्टि नहीं हो सकी है. लीबिया के अधिकारियों ने भी इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है. मिसराता लीबिया की तीसरा सबसे बड़ा शहर है. यहां पत्रकारों को जाने की अनुमति नहीं है. अब मिसराता के बाद बेनगाजी को को भी कब्जे में लेने का दावा लीबिया की सरकार कर रही है.
1969 से मुअम्मर गद्दाफी लीबिया की सत्ता में बने हुए हैं. पिछले महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों से शुरू में लगा कि उनकी सत्ता डांवाडोल हो रही है लेकिन अब शाही सेना ने विरोधों का हिंसक ढंग से दमन करते हुए शहरों को अपने कब्जे में कर रही हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ओ सिंह