48 साल बाद रूस ने रचा इतिहास
दुनिया इस 21वें फीफा विश्वकप को उलटफेरों के लिए जरूर याद रखेगी. जर्मनी, अर्जेंटीना, पुर्तगाल जैसी मजबूत टीमों के बाहर होने के बाद खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा स्पेन भी विश्वकप से बाहर हो गया है.
रूस बनाम स्पेन
साल 2010 का विश्वकप टूर्नामेंट जीतने वाले स्पेन को मेजबान रूस ने 4-3 से हरा कर बाहर का रास्ता दिखा दिया.
48 साल बाद
साल 1970 के बाद यह पहला मौका है जब रूस ने अंतिम आठ में जगह बनाई. विघटन से पहले टीम सोवियत संघ के लिए खेलती थी.
मैच के हीरो
रूस की जीत के हीरो रहे टीम के गोलकीपर इकोन अकीनफीव. उन्होंने न सिर्फ मैच में गोल बचाए, बल्कि पेनल्टी राउंड में दो शानदार बचाव कर टीम को जीत दिलाई.
पेनल्टी राउंड
नियमित और अतिरिक्त समय तक मैच 1-1 की बराबरी पर रहा. इसके बाद मैच पेनल्टी में गया और रूस ने 4-3 से जीत दर्ज की.
डेनमार्क बनाम क्रोएशिया
प्री-क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया ने डेनमार्क को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर क्वॉर्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है.
अतिरिक्त समय
नियमित और अतिरिक्त समय तक मैच 1-1 की बराबरी पर बना रहा. इसके बाद हुए पेनल्टी शूटऑउट में क्रोएशिया ने डेनमार्क को 3-2 से हरा दिया.
दूसरा मौका
विश्व कप के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब एक ही दिन में दो मुकाबले का नतीजा पेनल्टी शूटआउट से हुआ है. इसके पहले साल 1986 में ऐसा हुआ था.
आगे के मैच
क्वॉर्टर फाइनल में पहुंची उरुग्वे का फ्रांस के साथ, तो वहीं रूस और क्रोएशिया के बीच सेमीफाइनल के लिए मुकाबला होगा.