68 साल की चिड़िया ने 31वें चूजे को जन्म दिया
१५ फ़रवरी २०१९लेसान अलबाट्रोस प्रजाति की इस चिड़िया का नाम विजडम है. होनोलूलू के एक अखबार ने जानकारी दी है कि इसी महीने की शुरुआत में विजडम का चूजा अंडे से बाहर निकला है.
यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस के अधिकारियों के मुताबिक 1956 में विजडम को वयस्क घोषित किया गया. विजडम और उसका पार्टनर अकीकमाई 2006 से हर साल अमेरिका की मिडवे अटॉल नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज में आ कर चूजों को जन्म देते हैं. लायसान अलबाट्रोस अपने पूरे जीवनकाल में प्रजनन करते हैं और हर साल एक अंडा देते हैं.
अमेरिका की फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस से जुड़ी जीव विज्ञानी बेथ फ्लिंट विजडम के बारे में बताती हैं, "वह काफी ताकतवर है और इस बात का प्रतीक है कि हम जो करते हैं वो क्यों करते हैं और क्यों पूरी दुनिया के लोगों को उस पर ध्यान देना चाहिए. विजडम उत्तरजीविता के बारे में हमारी समझ का इतिहास दोबारा लिख रही है, वो बता रही है कि पंछी कितना जी सकते हैं और कितनी बार प्रजनन कर सकते हैं."
अलबाट्रोस मां बाप बारी बारी से अपने अंडों को सात महीने तक सेते हैं. चूजे कम से कम छह महीने के बाद ही अंडों से बाहर निकलते हैं.
ये पक्षी अपना पूरा जीवन सागर के ऊपर उड़ते हुए बिताते हैं. मछलियां और उनके अंडे इनका आहार बनते हैं. मिडवे अटॉल करीब 30 लाख समुद्री पक्षियों का घर है, इनमें करीब 10 लाख अलबाट्रोस हैं. ये पक्षी अंडे देने और बच्चे पालने के लिए अपने घोसलों में लौट आते हैं.
मिडवे अटॉल की जीव विज्ञानी केली गुडेल का कहना है, "मिडवे अटॉल सिर्फ लाखों पक्षियों का ही घर नहीं है बल्कि यह अलबाट्रोस की अनगिनत पीढ़ियों और परिवारों का बसेरा है. उस नजारे की कल्पना कीजिए जब विजडम अपने घर आती है तो वह अपने बच्चों और उनके बच्चों से ही घिरी रहती है."
समुद्री पक्षी लेसान अलबाट्रोस का वजन करीब ढाई किलो होता है और उत्तर पश्चिमी हवाई द्वीपों पर इनकी 99 फीसदी आबादी रहती है. इन पक्षियों का जीवन भी खतरे में है और इन्हें बचाने की कोशिश हो रही है. विजडम को अमेरिका के जंगली पक्षियों में सबसे बुजुर्ग माना जाता है.
एनआर/ओएसजे (एपी)