8000 साल पहले से बन रही है वाइन
१४ नवम्बर २०१७वैज्ञानिकों के मुताबिक उन्हें जॉर्जिया में कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जो बताते हैं कि दुनिया में 8000 साल पहले अंगूर का इस्तेमाल वाइन बनाने के लिए किया जाता था. नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (पीएनएएस) नामक साइंस पत्रिका में छपी इस समीक्षा में कहा गया है, "इन खोजों का वक्त नवपाषाण युग के समय का 6000 ईसा पूर्व माना जा रहा है, लेकिन अब तक इसे 600 से 1000 साल पहले का समय माना जाता था. अमेरिका, कनाडा, डेनमार्क, इटली, फ्रांस, इस्राएल और जॉर्जिया से आये शोधकर्ताओं ने पुरातात्विक स्थलों पर मिले रासायनिक यौगिकों का विश्लेषण किया. इन स्थलों का नाम है गद्च्रिली और शूलवेरिस गोरा जो जॉर्जिया की राजधानी से लगभग 50 किलोमीटर दूर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नयी मास स्पेक्ट्रोमेट्री और क्रोमैटोग्राफी तकनीकों का इस्तेमाल कर इस बात की पुष्टि की गयी है कि पाये गये रासायनिक यौगिक अंगूर और शराब के हैं.
टोरंटो विश्वविद्यालय के वरिष्ठ रिसर्च एसोसिएट और स्टडी में शामिल स्टीफन बेतिउक के मुताबिक, "हमें भरोसा है कि यह जंगली यूरेशियन ग्रेपवाइन के घरों में तैयार करने का सबसे पुराना उदाहरण है." यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे अनुसंधान को जॉर्जिया की वाइन एसोसिएशन और नेशनल वाइन एजेंसी की ओर से प्रायोजित किया जा रहा है.
इस दावे से पहले, अब तक अंगूर से वाइन बनाने का सबसे पुराना प्रमाण ईरान के जैग्रोस पर्वत के निकट 5400 ईसा पूर्व को माना जाता रहा है. हालांकि वाइन बनाने के सबसे पुराने सबूत चीन से मिलते हैं, माना जाता है कि यहां तकरीबन 9000 साल पहले चावल से शराब बनायी जाती थी. स्टीफन मानते है कि वाइन, पश्चिम में सभ्यता का केंद्र है. इसलिए यह माना जा सकता है कि घरों में अंगूर से वाइन बनाने के चलन ने यहां नये तौर तरीकों मसलन वाइन कल्चर को जन्म दिया होगा.
एए/आईबी (एएफपी, रॉयटर्स)