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समाज

'लव जिहाद' पर कानून लाने की तैयारी में हरियाणा

२ नवम्बर २०२०

पिछले दिनों हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक महिला की हत्या के बाद राज्य सरकार 'लव जिहाद' पर कानून लाने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री ने कहा है कि वे इसके खिलाफ कानून बनाने पर विचार कर रहे हैं.

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तस्वीर: Aletta Andre

फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में 20 साल की निकिता तोमर की कॉलेज के बाहर गोली मार कर हत्या कर दई गई थी. आरोप उसके पूर्व साथी छात्र तौसीफ पर लगा था. घटना के आरोपी तौसीफ और रिहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और परिवार का कहना था कि तौसीफ निकिता पर शादी का दबाव बना रहा था. इस हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार का कहना था कि तौसीफ निकिता से एकतरफा प्यार करता था और उसे इस्लाम धर्म कबूल कर शादी करने का दबाव बना रहा था. लड़की के पिता ने अपने बयान में कहा था कि वह ऐसा नहीं करना चाहती थी.

इस हत्या के बाद बल्लभगढ़ में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था और दोषियों को फांसी की सजा की मांग की थी.

इस मामले पर रविवार, 1 नवंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि वे 'लव जिहाद' से निपटने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रहे हैं. करनाल में पत्रकारों से बात करते हुए खट्टर ने कहा, "बल्लभगढ़ में महिला की हत्या को लव जिहाद से जोड़ कर देखा जा रहा है...केंद्र और राज्य सरकार दोनों मामले को बहुत गंभीरता से ले रही हैं और कानूनी प्रावधानों पर विचार कर रही है कि दोषी बच न सके."

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार 'लव जिहाद' से निपटने को लेकर कानून बनाने पर विचार कर रही है.इससे पहले 31 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया में एक चुनावी रैली में कहा था छद्म नाम रखकर बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करते हैं तो उनके पास मौका है कि वे सुधर जाएं, साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा "नहीं सुधरे तो राम नाम सत्य है." की यात्रा निकलेगी. योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद' को सख्ती से रोकने के लिए प्रभावी कानून बनाएंगे.

योगी ने अपने बयान में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का ऐलान करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक फैसले का भी जिक्र किया, जिसमें हाई कोर्ट ने कहा है कि सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. अपनी टिप्पणी में हाई कोर्ट ने कहा कि इस्लाम के बारे में बिना जाने और बिना आस्था और विश्वास के धर्म बदलना स्वीकार्य नहीं है. सिर्फ शादी करने के उद्देश्य से धर्म बदलना, इस्लाम के खिलाफ है.

दरअसल मुस्लिम विरोधी और कुछ संगठनों का आरोप है कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को "प्यार में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराकर शादी कर लेते हैं." इसके लिए वे 'लव-जिहाद' शब्दावली का इस्तेमाल करते हैं.

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