ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स ने किया रूस पर मुकदमा
१४ मार्च २०२२ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि इस मामले में उसने नीदरलैंड्स के साथ मिल कर संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और विदेश मंत्री मारीस पेन ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत रूस उस उड़ान को गिराने का जिमीदार था और अंतरराष्ट्रीय संगठन में कार्रवाई मारे जाने वालों के लिए न्याय की दिशा में एक कदम होगा.
क्या हुआ था 2014 में
संयुक्त कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संधि के अनुच्छेद 84 के तहत शुरू की गई. इस मामले में नीदरलैंड्स में अलग से चार लोगों के खिलाफ हत्या का एक मुकदमा चल रहा है जिनमें उनकी व्यक्तिगत आपराधिक जिम्मेदारी तय करने की कोशिश की जा रही है.
एमएच17 उड़ान 17 जुलाई, 2014 को नीदरलैंड्स के एम्सटर्डम से मलेशिया के कुआलालंपुर जा रही थी. यूक्रेन में बागियों के अधीन एक इलाके के ऊपर से गुजरने के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं और अभियोक्ताओं का कहना है विमान पर रूस में बनी एक सतह से हवा में दागी जाने वाली मिसाइल से हमला किया गया था.
रूस ने हमेशा इसमें शामिल होने से इनकार किया है और दुर्घटना के पीछे कई वैकल्पिक कारण सुझाए हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं ने इन कारणों को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि इनका कोई सबूत नहीं है.
नीदरलैंड्स में चल रहे हत्या के मुकदमे पर फैसला कुछ महीनों बाद आने की उम्मीद है. इसमें तीन रूसी व्यक्तियों और एक यूक्रेनी व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं. चारों की अभी तक गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी है और और उनमें से कोई नीदरलैंड्स की अदालत में हाजिर भी नहीं हुआ है.
सीके/एए (रॉयटर्स)