बांग्लादेश का सबसे लंबा पुल तैयार
आठ साल के निर्माण के बाद बांग्लादेश का सबसे लंबा पुल आखिरकार पूरा हो गया है. पद्मा नदी पर बने 6.5 किमी लंबे इस पुल को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, हालांकि इसे लेकर विवाद भी खूब हुए. लेकिन चीन इस पुल से बहुत खुश है.
तकनीकी चुनौती
पुल के निर्माण में चार हजार इंजीनियर लगे क्योंकि यह तकनीकी रूप से एक चुनौती था. इसके पिलर पानी में 122 मीटर नीचे तक बनाए गए और ऐसे 41 पिलर बनाए. पद्मा नदी में पानी का प्रवाह तेज होने की वजह ये चुनौतीपूर्ण काम था.
पुल का उद्घाटन
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 25 जून 2022 को इस पुल का उद्घाटन किया. इस पुल पर 3.6 अरब डॉलर की लागत आई है और इसे घरेलू स्तर पर जुटाई गई राशि से ही बनाया गया है.
नहीं मिली मदद
पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए विश्व बैंक और दूसरी सहायता एजेंसियों ने इस पुल के लिए वित्तीय मदद देने से इनकार कर दिया. इन आरोपों के केंद्र में एक कनाडाई निर्माण कंपनी शामिल थी.
घटेंगी दूरियां
यह पुल राजधानी ढाका और देश के दूसरे सबसे बड़े समुद्री बंदरगाह मोंगला के बीच की दूरी को 100 किलोमीटर घटा देगा. अधिकारियों का कहना है कि यह पुल दक्षिणी और दक्षिण पश्चिमी बांग्लादेश के 21 जिलों को जोड़ेगा.
मील का पत्थर
पुल का निर्माण एक चीनी कंपनी ने किया है. हाालंकि यह चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना का हिस्सा नहीं है. फिर भी बांग्लादेश में तैनात चीनी राजदूत ने इसे दोनों देशों के आपसी सहयोगी के लिए मील का पत्थर बताया है.
चीन रेलवे नेटवर्क का हिस्सा
चाइना रेलवे ग्रुप का कहना है कि पद्मा पुल बाद में उस रेल नेटवर्क का हिस्सा होगा जो बेल्ट एंड रोड परियोजना के दूसरे प्रोजेक्ट्स को जोड़ता है. कंपनी के मुताबिक यह चीन और एशिया भर में फैले रेलवे नेटवर्क का अहम लिंक होगा.
बढ़ेगी जीडीपी
अर्थशास्त्री कहते हैं कि पद्मा पुल बांग्लादेश की जीडीपी में सालाना 1.3 प्रतिशत की वृद्धि करेगा. एशिया डिवेलपमेंट बैंक पहले ही कह चुका है कि बांग्लादेश की 465 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था 2021-2022 में 6.9 प्रतिशत और 2022-2023 में 7.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी.