सितंबर से दौड़ने लगेगी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन
९ अगस्त २०१६अगले महीने चीन दुनिया की सबसे तेज ट्रेन पटरी पर उतार देगा. इसकी स्पीड होगी 380 किलोमीटर प्रति घंटा. सितंबर से ट्रेन काम करना शुरू कर देगी. चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ऑनलाइन ने खबर छापी है कि जेंगजू-शुजोऊ ट्रैक पर यह ट्रेन सितंबर से दौड़ने लगेगी. जेंगजू-शुजोऊ ट्रैक हाई स्पीड ट्रैक है. नई ट्रेन के चलने के बाद मध्य चीन के जेंगजू से पूर्वी हिस्से में स्थित शुजोऊ की दूरी सिर्फ एक घंटा 20 मिनट की रह जाएगी. फिलहाल यह दूरी दो घंटे 33 मिनट की है.
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इस ट्रेन के साथ ही बुलेट ट्रेन नई पीढ़ी में प्रवेश कर जाएगी. पिछली पीढ़ी की तुलना में इस ट्रेन की रफ्तार में 50 किलोमीटर प्रति घंटा की बढ़ोतरी हुई है. ट्रैक पर इसकी स्पीड 350 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहेगी. वैसे 400 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन भी ज्यादा दूर नहीं है. उसके परीक्षण चल रहे हैं.
भविष्य में चीन में यात्रियों को लाने-लेजाने का पूरा जिम्मा इन हाई स्पीड रेलगाड़ियों का ही होगा. वहां 16000 किलोमीटर लंबे ऐसे विशेष ट्रैक बनाए जा चुके हैं जहां हाई स्पीड ट्रेनें चल सकती हैं. देश के सारे बड़े शहरों को इन हाई स्पीड ट्रैक के जरिए एक-दूसरे से जोड़ा जा चुका है. और बहुत सारे ट्रैक मुनाफा भी कमा रहे हैं. बीजिंग-शंघाई ट्रेन ने पिछले साल एक अरब डॉलर का मुनाफा कमाया था.
ये ट्रेनें यात्राओं को आसान तो कर ही रही हैं, अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी में इनकी भूमिका भी बेहद अहम हो चली है. सरकार नई लाइनें बनाकर अर्थव्यवस्था को जरूरी ऊर्जा देने में इस्तेमाल कर रही है. ढांचागत निर्माण में निवेश बेहद कामयाब फॉर्मूला रहा है.
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लेकिन चीन सिर्फ अपने देश में ही नहीं रुका है. अपनी हाई स्पीड ट्रेनों को दुनिया भर में बेचने की ओर भी उसका ध्यान है. अपनी हाई स्पीड ट्रेन तकनीक को लेकर चीन आक्रामक प्रचार कर रहा है. भारत को भी अपनी ट्रेनें बेचने की उसकी कोशिश पूरे जोरों पर है. चीन की एक कपंनी फिलहाल नई दिल्ली से चेन्नई के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की संभावनाएं तलाश रही है. भारत की मोदी सरकार देश में बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर दिलचस्पी जाहिर कर ही चुकी है. पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने की योजना बन चुकी है.