एयरबस और बोइंग को टक्कर देने उड़ा चीन का अपना विमान
१९ फ़रवरी २०२४चीन के बनाए पहले यात्री विमान ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में दस्तक दे दी है. सी919 को सिंगापुर के एयरशो में दुनियाभर के सामने पेश किया गया है. विमान को चीन की कमर्शल एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (कॉमसैक) ने बनाया है.
यात्री विमानों के बाजार पर फिलहाल अमेरिका और यूरोप की दो कंपनियों का ही कब्जा है. चीन ने इस कब्जे को चुनौती देने के लिए भारी निवेश किया है. इसके लिए सी919 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भेजने की तैयारी चल रही है.
हालांकि अभी इस विमान को सिर्फ चीन में उड़ान की ही इजाजत है और चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ही इसे इस्तेमाल कर रही है. पिछले साल से एयरलाइंस ने सी919 विमान को व्यवसायिक यात्री उड़ानों के लिए प्रयोग कर रही है.
लेकिन अब चीन अपने इस विमान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ाना चाहता है. विश्लेषकों का मानना है कि यह उसके लिए सही मौका भी है क्योंकि विमानन उद्योगतेजी की ओर है और एयरबस और बोइंग अपने ऑर्डर्स पूरे करने में ही संघर्ष कर रही हैं.
भारी निवेश की योजना
चीनी मीडिया के मुताबिक कॉमसैक ने कहा है कि वह आने वाले तीन से पांच साल में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर अरबों डॉलर का निवेश करने जा रही है. पिछले महीने ही चीन की एविएशन अथॉरिटी ने कहा था कि वह इस साल सी919 के लिए यूरोप में उड़ने की इजाजत की प्रक्रिया तेज करेगी. हालांकि इसकी कोशिश 2018 से ही हो रही है लेकिन इस साल अथॉरिटी यूरोपीयन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (EASA) से यह इजाजत पा लेना चाहती है.
एशिया के सबसे बड़े एयर शो, सिंगापुर एयर शो में रविवार को सी919 ने एयरबस के बगल में उड़ान भरकर दिखाई. बोइंग ने इस साल एयर शो में कोई व्यवसायिक विमान पेश नहीं किया है.
कॉमसैक के पास दो यात्री विमान हैं. एआरजे21 एक छोटा क्षेत्रीय विमान है जबकि सी919 दो इंजनों वाला बड़ा विमान है. इसमें 158 से 192 सीटें हैं. इसका सीधा मुकाबला एयरबस के ए320नियो और बोइंग के 737 मैक्स 8 से है.
पिछले साल दिसंबर में सी919 ने चीन के बाहर अपनी पहली व्यवसायिक उड़ान भरी थी जब वह हांग कांग गया था. एरआरजे21 विमान को पहले ही अंतरराष्ट्रीय खरीददार मिल चुके हैं. इंडोनेशिया की ट्रांसनूसा एयर इन विमानों को इस्तेमाल कर रही है.
सी919 की चुनौतियां
सी919 विमानों को लेकर अभी भी विमानन उद्योग में बहुत ज्यादा भरोसा नहीं है. उद्योग जगत के लोगों का कहना है कि अब तक सिर्फ चार विमान बने हैं, जो चीन में ही उड़ रहे हैं. एक चिंता यह भी है कि इन विमानों को बनाने के लिए कॉमसैक अंतरराष्ट्रीय सप्लाई चेन पर निर्भर है.
फिर भी कॉमसैक को लेकर उद्योग जगत में उत्सुकता है क्योंकि बोइंग और एयरबस दोनों ही कंपनियां सप्लाई की दिक्कतों से जूझ रही हैं और अपने ऑर्डर पूरे करने में उन्हें दिक्कत हो रही है.
एल्टन एविएशन कंसल्टेंसी के एडम काउबर्न कहते हैं, "हमने देखा है कि सी919 को अपने बेड़े में शामिल करने को लेकर ग्राहकों का रुझान बढ़ रहा है.”
एक अन्य एविएशन कंसल्टेंसी आईबीए का अनुमान है कि 2024 में सात से दस सी919 विमान बिक सकते हैं. आईबीएस के माइक यीमांस कहते हैं, "एयरबस और बोइंग के ए320नियो और 737 मैक्स इस दशक तक के लिए लगभग पूरी तरह बिक चुके हैं. इसलिए सी919 के पास बाजार में हिस्सा लेने का बड़ा मौका है, खासकर घरेलू बाजार में. कॉमसैक के लिए मौजूदा चुनौती घरेलू मांग को पूरा करना और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इजाजत हासिल करना है.”
वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)