दुनियाभर में कुछ यूं दिखे क्रिसमस के रंग
क्रिसमस के मौके पर दुनिया की अलग-अलग जगहों पर कई तरह की भावनाएं दिखीं. कहीं जश्न, कहीं सन्नाटा, कहीं ऐतिहासिक बदलाव तो कहीं शोक का माहौल भी, इस क्रिसमस में शामिल रहा.
मुंबई के माउंट मेरी चर्च की रौनक
मुंबई का माउंट मेरी चर्च पंद्रहवीं शताब्दी में बना था. यह चर्च वर्जिन मेरी को समर्पित है. एक छोटे से चैपल से शुरू हुआ यह चर्च आज मुंबई की सबसे आकर्षक जगहों में से एक है. क्रिसमस के मौके पर हर साल यहां काफी लोग आते हैं.
वैटिकन सिटी में पवित्र कैथोलिक साल, 2025 का आगाज
वैटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर पवित्र दरवाजे को खोला. इस दरवाजे का खुलना आने वाले साल की शुरुआत के तौर पर देखा जाता है.
बेथलेहम का सन्नाटे वाला क्रिसमस
बेथलेहम को यीशु मसीह का जन्मस्थल माना जाता है. गजा के वेस्ट बैंक में मौजूद इस शहर में इस बार क्रिसमस की रौनक फीकी है और सन्नाटा पसरा है. इस्राएल और हमास के बीच दो सालों से जारी युद्ध के कारण यहां क्रिसमस का कोई उत्साह नजर नहीं आया.
सीरिया के अलेप्पो में दिखी क्रिसमस की रौनक
राजनीतिक बदलाव से गुजर रहे सीरिया में भी क्रिसमस की रौनक देखने को मिली. अलेप्पो शहर में लोगों में क्रिसमस को लेकर उत्साह देखने को मिला. हालांकि, क्रिसमस के ठीक पहले सीरिया के हमा शहर में एक क्रिसमस ट्री में आग लगा दी गई थी. कड़ी सुरक्षा और विरोध-प्रदर्शनों के बीच सीरिया के ईसाई समुदायों के लोगों ने सत्ता पलट के बाद पहली बार सामूहिक प्रार्थना में भी हिस्सा लिया.
साइन लैंग्वेज में क्रिसमस कैरोल
बर्लिन में एक क्वॉयर ग्रुप ने साइन लैंग्वेज में क्रिसमस कैरोल गाए. जो लोग सुन या बोल नहीं सकते उनके लिए भी यह ग्रुप क्रिसमस को बेहतर बनाने की कोशिशों में जुटा है.
बाइकर सैंटा और उनकी गैंग
अर्जेंटीना में अस्पताल में भर्ती बच्चों को बाइक से तोहफे देने जाते सैंटा और उनके साथी. हालांकि, ये सैंटा थोड़े मॉर्डन निकले. अपनी पारंपरिक स्लेज छोड़ कर इन्होंने बाइक से तोहफे बांटना ज्यादा मुनासिब समझा.
900 साल बाद लड़कियां बनीं क्रिसमस क्वॉयर का हिस्सा
लंदन के सेंट पॉल कैथेडरल के क्वॉयर ग्रुप में 900 सालों बाद लड़कियों को शामिल किया गया. यह ग्रुप पूरे दिसंबर परफॉर्म करता है.
वॉशिंगटन, अमेरिका में सजा 75 फुट लंबा क्रिसमस ट्री
अमेरिका के वॉशिंगटन के सिटी सेंटर में 75 फुट लंबे क्रिसमस ट्री को सजाया गया है. यह पेड़ क्रिसमस के मौके पर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा.
कोलकाता के क्रिसमस मार्केट
भारत के पश्चिम बंगाल का कोलकाता शहर अपने क्रिसमस मार्केट के लिए मशहूर है, खासकर बो बैरक की सजावट. ये बैरक पहले विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सैनिकों को पनाह देने के लिए बने थे, जो आज भी एंग्लो-इंडियन समुदाय के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है.
माग्देबुर्ग का शोक
जर्मनी के माग्देबुर्ग शहर में बीते शुक्रवार शाम एक शख्स ने भीड़ वाले क्रिसमस मार्केट में तेज कार दौड़ा दी थी. इस हमले में एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हुई और करीब 200 से अधिक लोग घायल हुए. शहर अब भी शोक में डूबा है.