ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस... यानी दिमाग की इलेक्ट्रिकल गतिविधियों और किसी बाहरी डिवाइस के बीच सीधे संचार की तकनीक. इसका मकसद है लकवे या किसी विकलांगता से जूझते लोगों को बातचीत या कोई काम करने में मदद करना. वैसे तो यह तकनीक अपनी ट्रायल के दौर में है, लेकिन कुछ टेक कंपनियां ब्रेन इम्प्लांट का सपना देख रही हैं, जिसे कई क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है.