यूरोप से बाहर निकाले जाते विदेशी
हजारों लोगों को यूरोपीय संघ से निकालकर तीसरे देश भेजने के मामले बढ़ रहे हैं. क्या कहते हैं ईयू के डिपोर्टेशन के आंकड़े.
दो साल बाद आई तेजी
यूरोपीय संघ की सांख्यिकी एजेंसी यूरोस्टैट के ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 का असर कम होने के बाद ईयू से निकाले जाने वाले लोगों की संख्या में तेजी आई है. 2022 की दूसरी छमाही में 96,550 गैर ईयू नागरिकों को संघ से बाहर भेजा गया.
फ्रांस
फ्रांस ने 2022 की दूसरी तिमाही में 33,450 लोगों को अपनी सीमा से बाहर कर दिया. इसी दौरान 3,590 लोग फिर से फ्रांस वापस लौट आये.
ग्रीस और जर्मनी
दूसरे नंबर पर ग्रीस है. एथेंस ने इस अवधि में 8,750 लोगों को देश निकाला दिया. वहीं जर्मनी ने 8,275 लोगों को बाहर निकाला. हालांकि इनमें से 2,765 फिर जर्मनी लौट आये.
इटली और स्वीडन
इटली ने 6,020 लोगों को यूरोपीय संघ की सीमा से बाहर किया. वहीं बाहर निकाले गए 2,380 लोग स्वीडन पहुंच गये.
कहां भेजे लोग
यूरोपीय संघ के देशों ने सबसे ज्यादा लोगों को अल्बानिया भेजा. इसके बाद वापस भेजे गये लोगों में जॉर्जिया, रूस और तुर्की के नागरिकों की संख्या ज्यादा थी.
इतनी तेजी कैसे
2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी से जुड़ी पांबदियों के कारण विमान सेवाएं प्रभावित रहीं. इसी कारण यूरोपीय संघ के भीतर आप्रवासन को देखने के वाली एजेंसियां गैरकानूनी रूप से दाखिल हुए बहुत कम लोगों को वापस उनके देश भेज सकीं.
शरण की आस
यूरोपीय संघ के ज्यादातर देशों में अपने देश में बदले की भावना के तहत राजनीतिक रूप दंडित किए जा रहे या जान का खतरा झेल रहे लोग शरण ले सकते हैं. बेहतर नौकरी या पैसा कमाने के उद्देश्य से गैरकानूनी ढंग से यूरोप में दाखिल होने वाले आम तौर पर शरण के हकदार नहीं होते हैं.