कतर से कम नहीं है कोलकाता में विश्व कप का खुमार
कोलकाता में इस समय फुटबॉल विश्व कप का बुखार छाया हुआ है. पूरे शहर की दीवारें अलग-अलग टीमों और खिलाड़ियों की तस्वीरों और पोस्टरों से भरी हुई हैं. देखिए कोलकाता में विश्व कप के रंग, डीडब्ल्यू की नजर से.
फुटबॉल का बुखार
विश्व कप कतर में हो रहा है लेकिन फुटबॉल के दीवानों के शहर कोलकाता में फुटबॉल का बुखार जोरों पर है. शहर की सड़कें अलग-अलग देशों के झंडों के रंग में रंगी हुई हैं.
मैच शेड्यूल भी मौजूद
फुटबॉल के प्रेमी कोई जरूरी मैच देखना कहीं भूल ना जाएं, इस लिए उत्तरी कोलकाता की इस सड़क पर विश्व कप के सभी मैचों का शेड्यूल एक बड़े से बोर्ड पर लगा दिया गया है.
चहेते खिलाड़ी
आम तौर पर कोलकाता की सड़कों पर राजनीति और फिल्मों से जुड़े पोस्टर और चित्र छाए रहते हैं. लेकिन यह फुटबॉल विश्व कप का समय है. इस समय दीवारों पर मिलेगा सिर्फ फुटबॉल.
कोलकाता का रोनाल्डो
चुनावों के दौरान तो शहर में नेताओं के बड़े बड़े कटआउट लगाए जाते हैं, लेकिन इस समय कोलकाता वासियों के चहेते अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ियों के ही कटआउट देखने को मिलेंगे. यहां के अधिकांश फुटबॉल प्रेमी ब्राजील, अर्जेंटीना और पुर्तगाल के फैन हैं.
झंडे ही झंडे
फुटबॉल प्रेमी अपनी पसंदीदा टीमों के प्रति अपने प्यार का प्रदर्शन उनके देशों के झंडे लगा कर भी करते हैं. हर मोहल्ले में ब्राजील, अर्जेंटीना और पुर्तगाल के झंडे मिल जाएंगे.
जर्सी की लोकप्रियता
दोपहर का समय है और कुछ युवा फुटबॉल प्रेमी ब्राजील और अर्जेंटीना की टीमों की जर्सी पहने एक क्लब के सामने फुटबॉल खेल रहे हैं. ऐसी जर्सियां कोलकाता मैदान में काफी कम दाम में मिल जाती हैं.
कोलकाता का मेसी
लियोनेल मेसी के प्रशंसकों ने दीवारों पर अपने हाथों से उसके चित्र बनाए हैं. अधिकांश क्लबों की दीवारों पर ऐसी तस्वीरें मिल जाएंगी. अमूमन इन क्लबों की दीवारों पर स्थानीय टीमों पूर्वी बंगाल, मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के झंडों की तस्वीरें होती हैं.
विश्व कप के लिए खास पतंग
अजीत दत्ता 56 सालों से कोलकाता में पतंगें बेच रहे हैं. उनकी दुकान कोलकाता में काफी मशहूर है. हर विश्व कप के समय वो कप में हिस्सा लेने वाली टीमों के झंडों के आधार पर पतंगें बनाते हैं. इस साल भी उनकी दुकान ऐसी पतंगों से भरी हुई है.
माराडोना की याद में
इस विश्व कप में सब कुछ है, सिवाय माराडोना के. देखिए उत्तरी कोलकाता की यह गली किस तरह माराडोना को विशेष श्रद्धांजलि के साथ साथ विश्व कप के रंगों में रंगी हुई है. (सत्यजीत शॉ)