चीन में कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर भारत में चिंता
२१ दिसम्बर २०२२केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और चीन में कोविड के नए मामलों में उछाल आया है. मंत्रालय ने राज्यों को विशेष रूप से पॉजिटिव मामलों में जीनोम सीक्वेंसिंग पर ध्यान देने के लिए कहा है ताकि वायरस की किस्मों को लेकर ताजा जानकारी उपलब्ध रहे.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के मुताबिक ऐसा करने से नई किस्मों को समय रहते पहचाना जा सकेगा और अगर वो देश में फैल रही हों तो उसकी रोकथाम के लिए सही कदम उठाए जा सकेंगे.
भारत में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंडियन एसआरएस-सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्टियम या इंसाकोग नाम के नेटवर्क की स्थापना की गई थी. इस नेटवर्क के तहत पूरे देश भर में करीब 50 प्रयोगशालाओं को डाला गया है जहां अलग अलग राज्य अपने अपने सैंपल भेजते हैं.
इस समय चूंकि पहले के मुकाबले संक्रमण के काफी कम मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए सिर्फ चुनिंदा सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही थी. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब राज्यों से रोज लगभग हर पॉजिटिव सैंपल को इन प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए कहा है.
भारत में स्थिति सामान्य
भारत में अभी नए मामलों को लेकर स्थिति चिंताजनक नहीं हुई है. मंगलवार 20 दिसंबर को देश में संक्रमण के कुल 112 नए मामले और संक्रमण से मौत के तीन मामले सामने आए थे. लेकिन चीन में ताजा हालात को लेकर दुनिया भर में चिंता बनी हुई है.
कुछ हफ्तों पहले चीन के कई इलाकों में सरकार की जीरो-कोविड नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार ने नीति में ढील दे दी थी, लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस ढील के बाद वहां महामारी के प्रकोप का नया दौर शुरू हो गया है.
चीन की सरकार द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख के मुताबिक आने वाले हफ्तों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं.
पेकिंग विश्वविद्यालय के फर्स्ट अस्पताल में श्वास विशेषज्ञ वांग गुआंगफा ने अखबार को बताया, "हमें जल्दी कदम उठाने चाहिए और बुखार क्लिनिक, आपात सेवाओं और गंभीर इलाज के संसाधनों को तैयार कर लेना चाहिए."
नए कदमों की जरूरत?
वांग का अनुमान है कि कोविड की ताजा लहर जनवरी के बाद के हफ्तों में शीर्ष पर पहुंचेगी और फिर फरवरी के अंत तक या मार्च की शुरुआत तक स्थिति सामान्य हो सकती है. रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिका, जापान और ब्राजील जैसे देशों में भी नए मामलों में उछालदेखने को मिला है.
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ताजा स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें आने वाली स्थिति के लिए नए कदमों पर चर्चा हो सकती है. इस समय अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लेकर कोई नए कदम नहीं उठाए गए हैं.
बल्कि पिछले महीने ही नेगेटिव आरटी-पीसीआर सर्टिफिकेट या पूर्ण टीकाकरण सर्टिफिकेट दिखाने की अनिवार्यता को भी खत्म कर दिया गया था. देखना होगा कि बैठक में इन कदमों में कोई बदलाव किया जाता है या नहीं.
(रॉयटर्स से जानकारी के साथ)