जर्मनी में राजनीति के रंग
जर्मनी में पार्टियों से जुड़े विशेष रंग उनकी विचारधारा को दिखाते हैं. रंग को पार्टी के इतिहास और उसकी परंपरा के आधार पर चुना जाता है. लेकिन अगर कोई पार्टी अपना रंग बदलती है तो उसके पीछे एक मजबूत मार्केटिंग संदेश होता है.
नीला
सीडीयू ने फिरोजी और गहले नीले रंगों को अपना नया रंग बनाया है. पार्टी के महासचिव कार्स्टेन लीनमान ने बताया कि "काडेनाबिया" फिरोजी रंग (जिसका नाम पूर्व चांसलर कॉनराड आडनावर के मनपसंद हॉलिडे डेस्टिनेशन के नाम पर पड़ा) उत्साह, आत्मविश्वास और आजादी का प्रतीक है, जबकि "घ्रोंडोर्फ नीला" (जिसका नाम आडनावर के निवास के नाम पर पड़ा) अस्तित्व, योग्यता और सुरक्षा का प्रतीक है.
दूसरे किस्म का नीला
यूरोप की कंजर्वेटिव पार्टियों में नीला सबसे लोकप्रिय रंग है. धुर-दक्षिणपंथी पार्टी आल्टर्नटिव फॉर जर्मनी (एफडी) ने हल्का नीला चुना "क्योंकि नीला जर्मनी के सबसे लोकप्रिय रंगों में से है और क्योंकि नीला ताजेपन और नए शुरुआत का प्रतीक है." आलोचकों का कहना है कि सीडीयू और एफडी दोनों अब नीले रंग के अलावा राष्ट्रीय रंग और बाईं तरफ से दाईं तरफ ऊपर उठने वाले निशान का इस्तेमाल कर रही हैं.
नारंगी
2008 में सीडीयू ने "भावनात्मक रूप से सकारात्मक आयाम" और "आत्मविश्वास और सुधार लाने की इच्छा" का संकेत देने के लिए चमकीले नारंगी रंग को अपना रंग बनाया था. नारंगी रंग जर्मनी में 1970 के दशक में लोकप्रिय था, लेकिन सीडीयू की मार्केटिंग टीम का कहना था कि यह रंग उस समय भी "पूरी तरह से चलन में" था. उसने यह भी कहा था कि नारंगी रंग को अमेरिका और यूरोप में कंजर्वेटिव पार्टियों का रंग माना जाता रहा है.
काला
सीडीयू अब से अपने नाम के शुरुआती अक्षरों को काले रंग से लिखेगी. काला कैथोलिक चर्च का और पूंजीपति वर्ग के रूढ़िवाद का रंग है (हालांकि इसका इस्तेमाल ऐनार्किज्म और फासीवाद जैसे चरमपंथी विचारों के प्रतीक के रूप में भी किया गया है). दशकों तक सीडीयू ने अपना नाम लाल अक्षरों में लिखा और आलोचकों का कहना है कि इससे गलत संदेश गया.
लाल
लाल रंग ऐतिहासिक रूप से दुनिया भर में साम्यवाद और समाजवाद का प्रतीक है. लेकिन 2009 में सेंटर-लेफ्ट पार्टी एसपीडी ने बैंगनी रंग अपना लिया. इसके पीछे उद्देश्य था गरिमा और शक्ति को दिखाना. प्राचीन काल में शहंशाह और सभासद बैंगनी रंग पहनते थे. कैथोलिक बिशप और कार्डिनल भी बैंगनी पहनते थे. एसपीडी कार्यकर्ताओं ने शिकायत की थी कि यह रंग पार्टी के पारंपरिक मतदाताओं से मेल नहीं खाता है.
हरा
हरा जर्मनी की पर्यावरणवादी ग्रीन पार्टी का रंग है. रंगों के मनोविज्ञान में हरा उम्मीद और उर्वरता का रंग है. यह प्रकृति और संतुष्टि का प्रतीक माना जाता है. पश्चिमी जर्मनी के ग्रीन्स का 1993 में पूर्वी जर्मनी के "बूंटनिस 90" के साथ विलय हो गया था. 2011 में पार्टी अपने लोगो में बदलाव लाई. उसने सूरजमुखी का चित्र और रंग तो बरकरार रखा लेकिन नाम के फॉन्ट को बदल कर "फ्यूचूरा" नाम का फॉन्ट चुन लिया.
पीला
जर्मन की नवउदारवादी, व्यापार उन्मुख फ्री डेमोक्रैट पार्टी पारंपरिक रूप से चमकीले पीले रंग का इस्तेमाल अपने लोगो के लिए करती है. पार्टी का नाम नीले रंग से लिखा होता है. 2013 में चुनावों में बुरी हार का सामना करने के बाद एफडीपी ने 2015 में एक और रंग अपना लिया और सहानुभूति और आशावाद का संकेत देने के लिए मैजंटा गुलाबी रंग चुन लिया. ट्विटर पर टिप्पणी में कहा गया कि यह "पॉप आर्ट" के जैसा है.
भूरा
भूरे रंग को जर्मनी की राजनीति में कोई नहीं छूता. अडोल्फ हिटलर के नेतृत्व वाले नेशनल सोशलिस्ट फासीवादी भूरे रंग की कमीज पहनते थे. ऐतिहासिक कारणों की वजह से दक्षिणपंथी चरमपंथी पार्टियों को आज भी भूरे रंग से जोड़ कर देखा जाता है और "भूरी विचारधारा" और "भूरे नजरिए" को बोलचाल की भाषा में फासीवादी रवैय्या माना जाता है, जो नैशनल सोशलिज्म की याद दिलाता है. (रीना गोल्डनबर्ग)