चांद की दौड़: यूरोप क्यों पिछड़ रहा है?
४ फ़रवरी २०२२यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रमुख ने हाल ही में कहा था "सोचिए क्या होता अगर क्रिस्टोफर कोलंबस के पास अमेरिका तक पहुंचने के लिए जहाज नहीं होता?" उनका मतलब था कि अब जब चांद तक पहुंचने की दौड़ चल रही है तो यूरोप के पास ऐसा कोई अंतरिक्ष यान नहीं है जो यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रियों को वहां ले जा सके. नतीजतन, यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी और रूसी अंतरिक्ष यान पर निर्भर रहना पड़ता है, और इसे बदलने की जरूरत है
ईएसए के महानिदेशक योसेफ एशबाखर ने जनवरी के अंत में ब्रसेल्स में आयोजित 14वीं यूरोपीय अंतरिक्ष कांग्रेस को अपने संबोधन में इस मुद्दे को उठाया था. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत 2025 तक चंद्रमा पर पहुंचने की योजना बनाई है. चीन अपने अंतरिक्ष यात्रियों को 2030 तक चंद्रमा पर भेजना चाहता है और भारत इस साल गगनयान कार्यक्रम के तहत चंद्रमा के लिए एक परीक्षण उड़ान शुरू कर रहा है. इस संदर्भ में योसेफ ने कहा, ''सवाल उठता है कि क्या हमें यूरोपीय नागरिक होने के नाते खुद चांद पर पहुंचना चाहिए या दूसरे लोगों को वहां पहुंचते देखना चाहिए."
एयरबस और फ्रांसीसी समूह साफरान के स्वामित्व वाली यूरोपीय अंतरिक्ष कंपनी एरियाना समूह दो चरणों में मानवयुक्त अंतरिक्ष यान बनाने में सक्षम होने का दावा करती है. फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष फेलिप बैप्टिस्ट ने कहा है कि अगर योजना को अमल में लाया जाता है तो यह चंद्रमा और मंगल पर भविष्य के मिशन का मार्ग प्रशस्त कर सकता है. लेकिन ऐसा करना या न करना यूरोप के लिए एक राजनीतिक मुद्दा है.(पढ़ें-लड़कियों को प्रेरित करने के लिए बार्बी गुड़िया ने की जीरो ग्रैविटी की सैर)
इस महीने की 16 तारीख को फ्रांस में यूरोपीय अंतरिक्ष शिखर सम्मेलन हो रहा है, जिसमें इस मुद्दे पर विस्तार चर्चा की जाएगी. सम्मेलन में आने वाले वर्षों के लिए प्राथमिकताएं और बजट निर्धारित करने के लिए इस साल नवंबर में एक और मंत्री स्तरीय बैठक भी होनी है.
वहीं निजी कंपनियां अब इस क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ी बन गई हैं, जिसमें ईलॉन मस्क का स्पेसएक्स अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जा रहा है. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में आईएसएस जाकर आने वाले फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री थॉमस पेस्केट ने चालक दल की उड़ानों के मामले में यूरोप में अधिक महत्वाकांक्षा का आह्वान किया है. (पढ़ें-अंतरिक्ष में अपनी जगह बनाने के लिए यूरोप बेकरार)
ईएसए का 2021 का अंतरिक्ष अभियान का बजट 82.2 करोड़ डॉलर का है, जो कि नासा के बजट का सिर्फ सात प्रतिशत है. इस बीच, मैकंजी कंसल्टेंसी के मुताबिक अंतरिक्ष से संबंधित कंपनियों में निजी क्षेत्र की फंडिंग पिछले साल 10 अरब डॉलर से अधिक हो गई है. यह सबसे सर्वाधिक है.
एए/सीके (एएफपी)