भारत में कोरोना के नए केस फिर से 50 हजार के पार
५ नवम्बर २०२०देश की राजधानी दिल्ली इस वक्त दोहरे संकट से घिरी हुई है. पहले तो कोरोना वायरस से यहां हालात बेकाबू हो रहे थे और प्रयासों के बाद नए मामले थमने लगे थे, लेकिन अब कोविड-19 के रोजाना नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बुधवार को दिल्ली में एक दिन में सर्वाधिक 6,842 नए मामले सामने आए. इसके साथ राजधानी में संक्रमण की दर भी 11.61 फीसद पर पहुंच गई.
ना सिर्फ कोरोना संक्रमण लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है बल्कि प्रदूषित हवा भी मुश्किल पैदा कर रही है. दिल्ली में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा भी अब तक का सर्वाधिक हो चुका है. फिलहाल कुल 37,369 सक्रिय मरीज हैं. संक्रमण को देखते हुए सरकार भी सतर्क हो गई.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बढ़ते मामलों को देखते हुए कहा है कि शहर में कोरोना की यह "तीसरी लहर" है. उन्होंने कहा, "जिस तरह से कोरोना के मामलों में उछाल आया है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि यह कोरोना की तीसरी लहर है. हम इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. संक्रमण रोकने के लिए जो भी जरूरी कदम उठाने की जरूरत है, वह उठाए जा रहे हैं." केजरीवाल ने कहा है कि सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेड हैं लेकिन कुछ निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तरों की कमी है. उनके मुताबिक इसका निदान भी एक-दो दिन में कर लिया जाएगा.
दूसरे राज्यों की बात की जाए तो केरल में सबसे अधिक नए मामले बीते 24 घंटे में सामने आए हैं. यहां नए मामले 8,516 दर्ज किए गए, इसके बाद दिल्ली में 6,842, महाराष्ट्र में 5,506, पश्चिम बंगाल में 3,987 और कर्नाटक में 3,377 नए मामले दर्ज किए गए हैं.
दिल्ली की बिगड़ती हवा
दिल्ली ना केवल कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों से जूझ रही है बल्कि राजधानी की हवा की गुणवत्ता भी बेहद खराब हो गई है. बुधवार सुबह से दिल्ली-राष्ट्रीय क्षेत्र में छाया स्मॉग गुरुवार को भी उसी तरह बरकरार रहा. हवा की गुणवत्ता खराब होने से लोगों की आंखों में जलन हो रही है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को. दिल्ली से सटे कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता स्तर 400 के पार पहुंच गया है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले एक-दो दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की आशंका है.
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