दिल्ली में रिकॉर्ड गर्मी के बीच बढ़ा दमकलकर्मियों का काम
भारत की राजधानी दिल्ली में इस साल रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया. गर्मी के इस मौसम में आग लगने की घटनाएं भी करीब दोगुनी हो गईं. दमकलकर्मियों का कहना है कि उनके पास आग लगने के इतने मामले आ रहे हैं, जितने पहले कभी नहीं आए.
बिजली से जुड़े हादसे
दिल्ली ने इस दफा सबसे लंबे हीटवेव का अनुभव किया. बेतहाशा गर्मी के कारण एयर कंडीशनर की मांग काफी बढ़ गई. दमकल विभाग के मुताबिक, इलेक्ट्रिक फेलियर आग लगने के करीब 75 फीसदी मामलों की वजह बना.
शॉर्ट सर्किट से आग का खतरा
2018 से 2023 के बीच दिल्ली में एसी की सालाना बिक्री में 14 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. एसी जैसे बिजली की भारी खपत करने वाले उपकरणों के लगातार चलने से पुरानी वायरिंग पर दबाव बढ़ता है. दिल्ली दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने रॉयटर्स को बताया कि देखभाल की कमी के कारण केबल और उपकरणों से शॉर्ट सर्किट का खतरा रहता है, जो कि आग लगने की वजह भी बन सकता है.
दमकल विभाग का सबसे व्यस्त सीजन
आग के कई मामले दिल्ली के पुराने इलाकों से जुड़े हैं. यहां संकरी गलियां, सटी हुई इमारतें, खुले में लटकतीं बिजली की तारों का झुंड जोखिम बढ़ाते हैं. अप्रैल से जून का समय दमकल विभाग के लिए बेहद व्यस्त रहा. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इन तीन महीनों में आग लगने के लगभग 9,000 मामले आ चुके हैं. 2023 की तुलना में यह दोगुनी वृद्धि है. पिछले एक दशक में आग से होने वाली मौतों में तीन गुना तक वृद्धि हुई.
बढ़ रही है भीषण गर्मी
एक तो प्रचंड गर्मी, ऊपर से आग लगने की कई घटनाएं. कई कर्मचारी बताते हैं कि वे बेहद मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं. भारतीय मौसम विभाग ने जून के नौ दिनों को हीटवेव की श्रेणी में रखा. पहले आमतौर पर महीने में एक दिन हीटवेव होता था. वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानी गतिविधियां जलवायु परिवर्तन के असर को बदतर बना रही हैं.
बहुत दबाव में काम कर रहे हैं दमकलकर्मी
54 साल के इंदरवीर सिंह 32 साल से दिल्ली के दमकल विभाग में काम कर रहे हैं. इंदरवीर बताते हैं कि उन्हें याद नहीं आता कि पहले कभी इतनी जगहों पर आग बुझाने जाना पड़ा हो. मोटी जैकेट, भारी बूट्स और लाल हेलमेट पहनकर एक और मिशन पर रवाना होते हुए इंदरवीर बताते हैं कि वह एक के बाद एक कई बार आग बुझाने के लिए जा चुके हैं.
दमकल विभाग में काम के लंबे घंटे
दमकल विभाग के कर्मचारियों की शिफ्ट 24 घंटे की होती है. एक पूरा दिन काम के बाद एक दिन की छुट्टी मिलती है. वरिष्ठ अधिकारी तीन दिन की शिफ्ट करने के बाद एक दिन की छुट्टी पाते हैं. उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में एक दमकल अधिकारी अजय शर्मा ने रॉयटर्स को बताया, "कुछ हफ्ते तो ऐसे होते हैं जब सोने के लिए हमें छुट्टी लेनी पड़ती है."
जान जोखिम में डालकर काम करते हैं दमकलकर्मी
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय बताती हैं कि ऊंचे तापमान और हवा में नमी की कमी के कारण चीजों की ज्वलनशीलता बढ़ जाती है. हाल ही में पुरानी दिल्ली की दुकानों में लगी आग बुझाते वक्त दमकलकर्मी राजेश डबास ने बताया, "ये कोई हल्का काम नहीं है. ये जान जोखिम में डालने जैसा है." इस आग की चपेट में आकर पांच दुकानें तबाह हो गईं.
राजधानी के बुनियादी ढांचे पर भी सवाल
रजनीश सरीन, दिल्ली के सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट में सस्टेनेबल हैबिटेट प्रोग्राम चलाते हैं. उन्होंने रॉयटर्स से बातचीत में कहा, "दिल्ली का बुनियादी ढांचा मूल रूप से वैसी चरम घटनाओं का सामना करने के लिए नहीं बनाया गया, जिसे हम अभी देख रहे हैं." वहीं, अतुल गर्ग बताते हैं कि अगर आग लगने की घटनाओं में और वृद्धि हुई, तो कारगर तरीके से इनसे निपटना "बहुत ही ज्यादा" मुश्किल होगा.
बेहतर तैयारी के लिए ढांचे में सुधार
दमकल विभाग ने प्रस्ताव दिया है कि वित्तीय इमारतों के लिए सालाना फायर ऑडिट देना अनिवार्य बनाया जाए. इससे दफ्तरों और कारखानों में वायरिंग का जायजा लिया जा सकेगा. इसके अलावा 350 नए दमकलकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है. विभाग छोटे वाहन भी खरीद रहा है, ताकि तंग इलाकों में आसानी से पहुंचा जा सके. मुश्किल वाली जगहों तक पहुंचने के लिए रोबोट भी खरीदे जा रहे हैं.