फुटबॉल मैदान पर दूसरी सबसे बड़ी त्रासदीः मलंग में दौड़ी मौत
इंडोनेशिया में एक मैच के बाद मची भगदड़ कम से कम 127 लोग मारे गए. पूर्वी जावा में एक मैच के बाद हुई इस घटना ने इतिहास की सबसे बड़ी फुटबॉल त्रासदियों में से एक का रूप ले लिया.
हार के बाद हादसा
इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में 2 अक्टूबर 2022 को यह घटना तब हुई जब घरेलू मैदान पर खेलते हुए अरेमा फुटबॉल क्लब की टीम कट्टर प्रतिद्वन्द्वी परसीबाया सुराबाया की टीम से 2-3 से हार गई.
पुलिस से झड़पें
हार के बाद गुस्साए दर्शक हजारों की तादाद में कंजूरूहान मैदान पर आ गए और उन्हें काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी.
आंसू गैस का इस्तेमाल
फीफा के नियमों ये बात शामिल है कि फुटबॉल मैदानों पर दर्शकों को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
भगदड़
जब दर्शकों और पुलिस में झड़पें होने लगीं तो लोग बचने के लिए बाहर निकलने के रास्ते की ओर भागे लेकिन इतने लोगों के लिए वह बहुत तंग था.
दीवारें पार करना मुश्किल
कुछ लोग तो दीवारों को फांदने में कामयाब रहे जबकि कइयों ने दीवार ही तोड़ दी लेकिन बहुत से मासूम भीड़ के पांवों तले कुचले गए.
सबसे बड़ी त्रासदी
1964 में लीमा में पेरू और अर्जेंटीना के बीच मैच के बाद हुई भगदड़ में अब तक सबसे ज्यादा 320 लोग मारे गए थे. उसके बाद इंडोनेशिया सबसे बड़ी त्रासदी है.
फुटबॉल पर कलंक
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा है कि यह अंतिम त्रासदी होनी चाहिए. हादसे के बाद देश के तमाम लीग मैच स्थगित कर दिए गए हैं.