संसद के भीतर महिलाओं से छेड़खानी करते हैं कई ब्रिटिश सांसद
२९ अप्रैल २०२२ब्रिटेन की व्यापार मंत्री एन-मरी ट्रेवेलियन के मुताबिक संसद में काम करने वाली सभी महिलाओं को गलत तरीके छूने या सेक्सिस्ट भाषा का सामना करना पड़ता है. ट्रेवेलियन ने कहा कि कुछ पुरुष सासंदों को लगता है कि वे "महिलाओं के लिए भगवान का तोहफा हैं और वे अचानक खुद को खुश कर सकते हैं."
ब्रिटिश न्यूज चैनल स्काई न्यूज से बात करते हुए ट्रेविलियन कहा, "मुझे लगता है कि हम सभी महिलाओं को संसद में गलत भाषा और भटकते हाथों का सामना करना पड़ता है...यह कहीं भी ठीक नहीं हैं. यह वेस्टमिनिस्टर में भी ठीक नहीं है."
छेड़खानी या गलत इशारे करने वाले पुरुष सांसदों को कड़ा संदेश देते हुए उन्होंने कहा,"अपने हाथ अपनी जेब में रखिए और ऐसे व्यवहार कीजिए जैसे कि कमरे में आपकी बेटी मौजूद हो."
पोर्नोग्राफी से सामने आई पीड़ा
हाल ही में, ब्रिटेन की संसद में बहस के दौरान एक सांसद पर पोर्न देखने के आरोप लगे. इन आरोपों के बाद सत्ताधारी कंर्जवेटिव पार्टी ने मामले की जांच के आदेश दिए. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में पोर्नोग्राफी देखना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
यह पहला मामला नहीं है जब किसी ब्रिटिश सांसद पर गलत व्यवहार के आरोप लगे हों. ब्रिटिश संसद में हजारों की संख्या में महिला और पुरुष काम करते हैं. इस दौरान वे अकसर सदन, बार, रेस्तरां और चैंबरों में मिलते हैं. कई बार काम के दौरान पुरुष सांसदों पर छेड़खानी या गलत भाषा इस्तेमाल करने के आरोप लगते रहे हैं.
मीटू अभियान के बाद भी नहीं बदले हालात
2017 में '#MeToo' अभियान के दौरान दुनिया भर में महिलाओं ने यौन दुर्व्यवहार से जुड़े अपने अनुभव साझा किए. उस दौरान ब्रिटिश संसद से भी कई आरोप सामने आए और तत्कालीन रक्षा मंत्री माइकल फालन को अपने गलत बर्ताव को स्वीकारते हुए इस्तीफा देना पड़ा.
इसके साल भर बाद सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2017 में संसद में काम करने के दौरान करीब 20 फीसदी लोगों को यौन दुर्व्यवहार या गलत बर्ताव का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट के बाद संसदीय प्रशासन ने शिकायत प्रक्रिया समेत कई मोर्चों पर सुधारों का वादा किया. लेकिन 2022 में ब्रिटेन की व्यापार मंत्री जिस तरह के दावे कर रही हैं, उनसे लगता है कि समस्या जस की तस है. ट्रेवेलियान के मुताबिक, वह खुद भी गलत तरीके से छुए जाने के अनुभवों से गुजर चुकी हैं.
कई महिलाओं की मजबूरी
स्काई न्यूज के साथ बातचीत में व्यापार मंत्री ने कहा, "मैं महिलाओं को हमेशा इस बात के लिए प्रोत्साहित करूंगी कि वे इन चीजों को सार्वजनिक रूप से कहने की शक्ति दिखाएं, लेकिन यह उनके लिए बहुत ही मुश्किल है जो युवा हैं और ऐसी जगह हैं जहां ताकत का अंतर बहुत मायने रखता है."
दुनिया की तमाम कंपनियों और संस्थाओं की तरह ब्रिटिश संसद में ऐसी सैकड़ों नौकरियां हैं, जहां अस्थायी तौर पर नियुक्त कर्मचारियों का भविष्य उच्च पद पर बैठे लोगों के फैसलों पर निर्भर करता है.
ओएसजे/एनआर (रॉयटर्स)