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विवादउत्तरी कोरिया

ट्रेन में सवार होकर पुतिन से मिलने जा सकते हैं किम

५ सितम्बर २०२३

उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन, जल्द ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं. यूक्रेन युद्ध, तीस साल बाद दोनों देशों को करीब ला रहा है.

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अप्रैल 2019 में व्लादिवोस्तोव में पुतिन और किम की मुलाकात
तस्वीर: Korean Central News Agency/Korea News Service/AP Photo/picture alliance

यूक्रेन युद्ध के कारण अलग थलग पड़ा रूस, उत्तर कोरिया में कई संभावनाएं देख रहा है. अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, कई दशक बाद दोनों देशों के रिश्ते गहरे होते दिख रहे हैं. सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस ने उत्तर कोरिया को लेकर कभी बहुत उत्साह नहीं दिखाया, लेकिन अब यह स्टैंड बदलता हुआ लग रहा है.

किम जोंग उन ने दिए युद्ध की तैयारी के आदेश

अमेरिकी अखबार, द न्यू यॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि किम, जल्द ही एक बख्तरबंद ट्रेन के जरिए प्योंग्यांग से रूसी शहर व्लादिवोस्तोक के लिए रवाना हो सकते हैं. उत्तर कोरिया की पूर्वोत्तर सीमा रूस से मिलती है. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय, द व्हाइट हाउस पहले ही कह चुका है कि रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए हथियारों की जरूरत है. पुतिन को उम्मीद है कि किम उनकी मदद कर सकते हैं.

जुलाई 2023 में उत्तर कोरिया की सैन्य परेड में शामिल हुए रूसी रक्षा मंत्री
जुलाई 2023 में उत्तर कोरिया की सैन्य परेड में शामिल हुए रूसी रक्षा मंत्रीतस्वीर: KCNA/REUTERS

मॉस्को और प्योंग्यांग के रिश्ते

परमाणु परीक्षणों के कारण अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. रूस और चीन भी अमेरिका के इन प्रतिबंधों का पालन करते हैं. लेकिन बीते कुछ साल में रूस और चीन का यह रुख बदलने लगा है. 2017 में परमाणु परीक्षण के बाद किम जोंग उन ने रूस के साथ संबंध सुधारने की खूब कोशिश की. इस सिलसिले में 2019 में वह ट्रेन ने रूसी शहर व्लादिवोस्तोक गए. जून 2023 में रूस के नेशनल डे पर किम ने पुतिन के साथ "हाथ मिलाने" का एलान करते हुए रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने की वकालत की.

2006 के बाद अब पहली बार रूस, चीन के साथ मिलकर उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों का विरोध कर रहा है. जुलाई 2023 में रूसी रक्षा मंत्री सेर्गेई शोइगु ने प्योंग्यांग का दौरा किया और उत्तर कोरिया के प्रतिबंधित हथियार भी देखे. बाद में वह किम के बगल में खड़े रहे और मिलिट्री परेड में प्रतिबंधित मिसाइलों को सलामी ठोंकते नजर आए.

उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों का विरोध कर रहा है रूस
उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों का विरोध कर रहा है रूसतस्वीर: Kremlin Pool/Russian Look/picture alliance

रूस और उत्तर कोरिया के रिश्तों पर यूक्रेन युद्ध का असर

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से उत्तर कोरिया सार्वजनिक रूप से मॉस्को का समर्थन कर रहा है. प्योंग्यांग, रूस द्वारा आजाद करार दिए यूक्रेनी इलाकों को मान्यता देने वाला अकेला देश है. अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर रूस को हथियार देने का आरोप भी लगाया है. रूस और उत्तर कोरिया, वॉशिगटन के इन आरोपों को मनगढंत बताते हैं. लेकिन दोनों देश रक्षा सहयोग को मजबूत करने का वादा जरूर कर रहे हैं.

उत्तर कोरिया के मामलों की समीक्षा करने वाली वेबसाइट 38 नॉर्थ की एक रिपोर्ट में व्लादिवोस्तोव की फार ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरितोम लुकिन लिखते हैं, "यूक्रेन में मॉस्को के 'विशेष सैन्य अभियान' ने एक नई भूरणनैतिक हकीकत गढ़ दी है, इसमें क्रेमलिन और उत्तर कोरिया बहुत करीब आ सकते हैं, शायद वो शीत युद्ध के दौरान साझेदारी वाले संबंधों को फिर से बहाल कर सकते हैं."

पुतिन और किम की मुलाकात की अटकलों से ठीक पहले रूसी रक्षा मंत्री शोइगु ने स्थानीय मीडिया से कहा कि मॉस्को, उत्तर कोरिया के साथ साझा सैन्य अभ्यास पर भी चर्चा कर रहा है. शोइगु के बयान के हवाले ने रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने लिखा, "एक पुरानी रूसी कहावत है: आप अपना पड़ोसी नहीं चुन सकते हैं और इसीलिए बेहतर है कि आप अपने पड़ोसी के साथ शांति और सौहार्द्र से रहें."

ओएसजे/एसबी (रॉयटर्स)